नालंदा (रंजीत कुमार)। बिहार के सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा अवस्थित भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी अस्पताल के स्वास्थय कर्मियों ने अस्पताल कार्य का बहिष्कार कर ओपीडी सेवा को ठप कर दिया गया। इस घटना से बाहर जिलों से आए मरीजों को बैरंग वापस प्राइवेट अस्पताल की ओर रुख करना पड़ा।
भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी के स्वास्थ्यकर्मी द्वारा मरीजों से अवैध वसूली ही कभी कभी मारपीट का भयंकर रूप धारण कर लेता है और अस्पताल प्रशासक के नीचे वसूली आम बात हो गया है। इस वसूली के कारण मरीज परेशान है। शिकायत के बाद भी कोई प्रशासक सुनने को तैयार नहीं है। इसी वजह से आए दिन मारपीट होते रहता है।
इसी वसूली प्रकरण के कारण ही भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी अस्पताल शुक्रवार को दो घंटो के लिए रणक्षेत्र में तब्ददील हो गया और स्वास्थ्य कर्मी और इंटर्न डॉक्टरों के साथ मारपीट की घटना घटित हुआ।
वाकया यह है कि इंटर्न डॉक्टर छात्र आशीष कुमार के परिजन इलाज कराने लखीसराय से पहुंचे थे। इसी इलाजरत क्रम में रेडियोलॉजी विभाग से अल्ट्रासाउंड कराने पहुंचे। उसी समय अल्ट्रासाउंड के इंचार्ज सुबोध कुमार ने इंटर्न डॉक्टर के परिजन से 300 रु की अवैध वसूली के लिए पैसे की मांग किया गया।
इस अवैध वसूली की शिकायत परिजन अपने बच्चे इंटर्न डॉक्टर छात्र से किया तो घटना स्थल पर पहुंचे तो अल्ट्रासाउंड के स्टाफो ने बदसलूकी की। इसकी शिकायत अधीक्षक को लिखित शिकायत अवैध वसूली का किया गया तो अपने बचाव में ओपीडी सेवा को ठप कर दिया गया।
इंटर्न छात्रों ने नाम न छपने के शर्त पर बताया कि पावापुरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल दलालों का अड्डा बन चुका है। अल्ट्रासाउंड किसी मरीजों को कराने में मरीजों से 300 रु का रेट निर्धारित है। अगर 300 रु मरीज नहीं देते है तो उस मरीज को तीन माह का डेट दे दिया जाता है। कोई भी विभाग बिना दलाली का इलाज असंभव है।
इस अस्पताल में हर विभाग में स्थानीय लोगो सम्मलित होते है और इलाज का कमीशन मिल जाता है। इस अवैध वसूली के कारण कभी कभी स्थानीय लोगो से आए दिन मारपीट हो जाती है।
हद तो तब हो गई, जब इंटर्न छात्र डॉक्टरों को स्वास्थय कर्मियों ने धमकी दिया कि अस्पताल कैंपस से बाहर निकलोगे तो जान मारने की धमकी तक दिया गया। इस धमकी से मेडिकल कॉलेज के छात्र भयभीत में जीने को मजबूर है।
रेडियोलॉजी विभाग के स्वास्थ्य कर्मी सुबोध कुमार अपने गुर्गों के साथ अल्ट्रासाउंड रूम में रहते है और अस्पताल कैंपस के बाहर कुशवाहा मार्केट में मेडिकल का दुकान घटना के समय अगर सीसीटीवी फुटेज देखा जाय तो जानकारी प्राप्त होगा कि सुबोध कुमार ने बाहरी बदमाशो को बुलाकर मारपीट करवाया और अस्पताल के कीमती सामानों को स्वयं अपने बदमाशों से और खुद मशीन को क्षति पहुंचाया और आरोप छात्रों पर मढ़ने का प्रयास किया गया।
इस पावापुरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ विशेष शाखा भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान के मंत्री राजीव रंजन ने कहा कि ओपीडी सेवा को तत्काल प्रभावित किया गया है। जब तक दोषी इंटर्न छात्र पर उचित कारवाई नही होगा, जब तक विरोध जारी रहेगा और कार्य को प्रभावित किया जायेगा।
भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान के प्राचार्य डॉ पी के चौधरी ने बताया कि अल्ट्रासाउंड रूम में तोड़फोड़ हुआ है। इस घटना की शिकायत स्थानीय थाना ओपी पावापुरी को लिखित आवेदन दिया गया है। इस घटना की जांच में इंटर्न डॉक्टर हो या स्वास्थ कर्मी जो दोषी पाया जायेगा, उस पर उचित कानूनी कारवाई किया जायेगा। अस्पताल में नाजायज वसूली की शिकायत मिल रहा है। इस पर साक्ष्य मिलते ही उचित कारवाई की जाएगी। ओपडी सेवा को बहाल कर दिया गया है और स्वास्थ्य कर्मी अपने अपने काम पर लौट गए है।
इधर, पावापुरी ओपी प्रभारी रविंद्र कुमार ने बताया कि अस्पताल अधीक्षक की ओर से एक लिखित आवेदन तोड़फोड़ का आया है। इसकी जांच कर दोषियों को खिलाफ उचित कानूनी कारवाई की जाएगी।
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