“शराब माफियाओं ने पुलिस दस्ते पर अवैध हथियारों से फायरिंग भी की। पुलिस की ओर से भी जबावी फायरिंग की बात चर्चा में है। हालांकि इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है…
मुंगेर (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क)। शराब कारोबारियों ने बिहार में बांका जिला के शंभुगंज थाना सीमा से लगे मुंगेर जिला के असरगंज थाना क्षेत्र में पुलिस पर बड़ा हमला किया है।
इस हमले में तारापुर के डीएसपी पंकज कुमार तथा उनके बॉडीगार्ड संतोष कुमार समेत आठ पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है। इनमें डीएसपी के बॉडीगार्ड संतोष कुमार की हालत गंभीर बताई जा रही है। जिन्हें बेहतर चिकित्सा के लिए पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी ले जाया गया है।
खबर है कि मुंगेर जिले के तारापुर अनुमंडल अंतर्गत असरगंज थाना क्षेत्र के विक्रमपुर फुस्ना मोहल्ले में बड़े पैमाने पर शराब के अवैध कारोबार की पुलिस को सूचना थी।
इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए तारापुर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पंकज कुमार के नेतृत्व में तारापुर, असरगंज, संग्रामपुर तथा हरपुर थाना की पुलिस के संयुक्त दस्ते ने रविवार की रात असरगंज के विक्रमपुर फुसना मोहल्ले में शराब माफियाओं के अड्डे पर धावा बोला।
पुलिस की इस कार्रवाई में अधिकारी वर्ग फ्रंट लाइन में मोर्चा संभाले हुए थे। शायद शराब माफियाओं को उनकी संख्या कम लगी और इसी का फायदा उठाने की कोशिश में उन पर हमला बोल दिया।
हमले में ईट पत्थर का जमकर इस्तेमाल किए गए। लाठी-डंडे से भी प्रहार किए गए। तब तक पीछे से बड़ी संख्या में पहुंचे पुलिस बल ने मोर्चा संभाला। लेकिन इस बीच शराब माफियाओं के हमले में एसडीपीओ पंकज कुमार तथा उनके बॉडीगार्ड संतोष कुमार समेत करीब 8 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
खबरों के मुताबिक, शराब माफियाओं ने पुलिस दस्ते पर अवैध हथियारों से फायरिंग भी की। पुलिस की ओर से भी जबावी फायरिंग की बात चर्चा में है। हालांकि इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। इस हमले के बाद पुलिस बल ने शराब माफियाओं पर अपनी दबिश बढ़ा दी है।
कहा जाता है कि पुलिस ने शराब माफियाओं के कब्जे से भारी मात्रा में अवैध शराब एवं अवैध हथियार भी बरामद किए हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी छापामारी की जा रही है।
सभी जख्मी पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां गंभीर हालत में देखते हुए एसडीपीओ के बॉडीगार्ड संतोष कुमार को भागलपुर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया।
वहां उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए आरंभिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी रेफर कर दिया गया। जहां उनका इलाज चल रहा है।
बता दें कि पिछले ही सप्ताह बांका जिले के भी अमरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत गदाल गांव में एक भूमि विवाद को सुलझाने गए अमरपुर पुलिस के दस्ते पर स्थानीय एक गुट ने पत्थर- ईट, लाठी-डंडे और पारंपरिक हथियारों से हमला कर दिया था, जिसमें थानाध्यक्ष समेत कम से कम आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हुए थे।