हजारीबाग (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क)। हजारीबाग के बहोरनपुर पुरातात्विक स्थल से चोरी गई भगवान बुद्ध की दो प्रतिमा बरामद कर ली है। इस मामले में पुलिस ने अब तक पांच युवक को गिरफ्तार किया हैं।
इसकी जानकारी देत् हुए एसपी कार्तिक एस, उपायुक्त आदित्य आनंद और एसडीएम विद्याभूषण ने संयुक्त रूप से मीडिया कांफ्रेस में बताया कि हजारीबाग सदर प्रखंड के बहोरनपुर से 21 मार्च की रात चोरी गई भगवान बुद्ध की प्रतिमा बरामद हो गई है। चोर रांची के थे और बिहार के तीन अन्य तस्करों के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। रांची से ही प्रतिमा बरामद हुई है।
गिरफ्तार तस्करों में प्रेम शंकर सिंह उर्फ बन्टू पिता निवास सिंह खिड्डी बाराहाट, नरेश राय पिता अयोध्या राय टिटिमांगर, जिला बांका बिहार, कुमार सुजीत सिंह पिता अवधेश सिंह जोगडीहा धौरैया बांका, यतीश कुमार पिता सच्चिदानंद श्रीवास्तव सुशीला निकेतन फ्लैट नंबर चार सी, शैल बिहार कॉलोनी बूटी मोड़ तथा संजय अग्रवाल पिता चंद्रशेखर अग्रवाल कोकर चूना भट्ठा शामिल हैं।
बता दें कि 21 मार्च को भगवान बुद्ध की दोनों प्रतिमाएं चोरी हो गई थी। यह दोनों प्रतिमा जिले के सदर प्रखंड स्थित बहोरनपुर पुरातात्विक खुदाई स्थल से मिलीं थी। भगवान बुद्ध की ध्यान मुद्रा वाली ये प्रतिमाएं व्हाइट सैंड स्टोन से बनी थी।
ये प्रतिमाएं 11 सौ साल पुरानी बताई गई थी। इनकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों में है। मजदूरों के अनुसार खुदाई स्थल के इटवा टिल्हा से प्रतिमाएं गायब हैं।
रांची से मिली मूर्ति का बौद्ध धर्मावलंबियों और पुरातत्व प्रेमियों के लिए बड़ा महत्व है। भारतीय पुरातत्व संरक्षण विभाग की ओर से बहोरनपुर में खुदाई में मिली भगवान बुद्ध की दो मूर्तियां पिछले हफ्ते रात में चोरी हो गईं।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग, पटना के डायरेक्टर राजेंद्र देवरी ने बताया था कि सुबह छह बजे उन्हें बहोरनपुर में खुदाई स्थल पर तैनात जवानों ने सूचना दी कि वहां पर खुदाई में मिली भगवान बुद्ध की दो प्रतिमाएं, जो एक-दूसरे के ऊपर जुटी थीं और एक दीवार से चिपकी हुई थीं, गायब हैं।
राजेंद्र देवरी और उनकी साथ के पुरातत्वविदों की टीम ने तुरंत स्थल का निरीक्षण किया था। इसके बाद स्थानीय मुफस्सिल थाने को इसकी सूचना दी गई। लोगों ने एसपी से भी मुलाकात कर उन्हें घटना की जानकारी दी थी।
इधर, मूर्ति चोरी होने की सूचना वायरल होने के बाद पुलिस विभाग और स्थानीय प्रशासन की गतिविधियां बढ़ गईं। खुद एसपी कार्तिक एस, डीसी आदित्य कुमार आनंद, एसडीओ विद्याभूषण, प्रोवेशनर आइएएस सौरभ भुवानियां, सीसीआर डीएसपी अनिता लकड़ा आदि ने घटनास्थल पहुंचे।
अधिकारियों के दल ने खुदाई स्थल के सभी जगहों का मुआयना किया। चोर किन-किन रास्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं, इसकी जांच की गई। फिलहाल भारतीय पुरातत्व संरक्षण विभाग की ओर से काम कर रहे सभी कर्मचारियों के नंबर जुटाए गए हैं।
वहीं, जितने मजदूर काम कर रहे हैं, उनसे भी पूछताछ की जा रही है। अधिकारियों ने बाहर से आए बौद्ध भिक्षुओं के दल से भी बात की और भरोसा दिलाया था कि पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।
हजारीबाग के एसएसपी कार्तिक एस ने वहां सुरक्षा में तैनात पांच पुलिसकर्मियों को कर्तव्य में लापरवाही के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। साथ ही क्राउड फोर्स को लगा दी थी।
चोरी की घटना के बाद कई बौद्ध भिक्षु बहोरनपुर पहुंचे। बौद्ध भिक्षु धाम रक्षित आगरा से पहुंचे। वही हरदोई से बौद्ध भिक्षु धर्मशील और आगरा से बौद्ध भिक्षु सील बोधी सहित कई बौद्ध धर्मावलंबी पहुंचे।
बौद्ध भिक्षुओं ने डीसी और एसपी से मामले में संलिप्त आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग की थी। यह भी कहा था कि यह बौद्ध विरोधियों का षड्यंत्र है। इस घटना से बौद्ध धर्मावलंबी आक्रोशित हैं।