India-Pakistan War: गृह मंत्रालय ने लागू की आपातकालीन शक्तियां, जानें डिटेल
गृह मंत्रालय ने जनता से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि सरकार स्थिति पर पूरी तरह से नजर रखे हुए है और नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं...

नई दिल्ली (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और सीमा पर छिड़ी जंग (India-Pakistan War) के बीच भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों तथा प्रशासकों को पत्र लिखकर सिविल डिफेंस नियमों के तहत आपातकालीन शक्तियां लागू करने का निर्देश दिया है। इस कदम का उद्देश्य देश में एहतियाती उपायों को प्रभावी ढंग से लागू करना और नागरिक सुरक्षा को सुनिश्चित करना है।
गृह मंत्रालय के पत्र के अनुसार सिविल डिफेंस नियमों के तहत लागू की गई आपातकालीन शक्तियां राज्यों को निम्नलिखित उपाय करने की अनुमति देती हैं-
सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करना: संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती को बढ़ाना और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे जैसे रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों, और बिजली संयंत्रों की निगरानी को तेज करना।
आपातकालीन योजनाओं का कार्यान्वयन: ब्लैकआउट, हवाई हमले की चेतावनी, और नागरिक निकासी योजनाओं को लागू करने के लिए स्थानीय प्रशासन को निर्देश।
सार्वजनिक जागरूकता अभियान: नागरिकों को युद्धकालीन परिस्थितियों में सुरक्षा उपायों और आपातकालीन प्रक्रियाओं के बारे में जागरूक करना।
आवश्यक वस्तुओं का प्रबंधन: खाद्य पदार्थों, दवाओं, और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति श्रृंखला को बनाए रखने के लिए विशेष उपाय।
मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि यह कदम केवल एहतियाती है और इसका उद्देश्य किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार रहना है।
बता दें कि पिछले कुछ हफ्तों से भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव चरम पर है। जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच भारी गोलीबारी की खबरें सामने आई हैं। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान की ओर से लगातार सीजफायर उल्लंघन और घुसपैठ की कोशिशों ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। भारत ने इसका जवाब कड़ा रुख अपनाते हुए सैन्य कार्रवाई के साथ-साथ कूटनीतिक स्तर पर भी दबाव बनाना शुरू कर दिया है।
गृह मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि वे केंद्र सरकार के साथ मिलकर आपातकालीन योजनाओं को लागू करें। इसके लिए निम्नलिखित कदम उठाए जा रहे हैं-
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) की भूमिका: एनडीएमए को सभी राज्यों के साथ समन्वय स्थापित करने और आपातकालीन प्रबंधन के लिए दिशा-निर्देश जारी करने की जिम्मेदारी दी गई है।
स्थानीय प्रशासन की सक्रियता: जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षकों को स्थानीय स्तर पर सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं।
सैन्य सहायता: आवश्यकता पड़ने पर राज्यों को भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
गृह मंत्रालय ने जनता से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि सरकार स्थिति पर पूरी तरह से नजर रखे हुए है और नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपातकालीन स्थिति में निकटतम पुलिस स्टेशन या हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।
- बिहार की समृद्ध विरासत को संरक्षित करने की बनी विशेष योजना
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हेलीकॉप्टर हादसे से बाल-बाल बचे, जानें डिटेल
- EOU की रिमांड पर संजीव मुखिया, CBI दिल्ली की टीम भी करेगी पूछताछ
- NEET paper leak case: संजीव मुखिया के खुलासे से कई राज्यों के मेडिकल माफिया हुए नंगा
- तेजस्वी यादव ने शराबबंदी को लेकर नीतीश सरकार पर फेंका ब्रह्मास्त्र