पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क ब्यूरो)। बहुप्रतीक्षित बिहार मंत्रिमंडल विस्तार के बाद बिहार काडर के पूर्व आईपीएस अमिताभ कुमार दास एक बार फिर नीतीश कुमार और उनके मंत्रिमंडल में शामिल लेसी सिंह को लेकर निशाना साधा है।
यह पहला मौका नहीं है, जब श्री दास ने सरकार पर हमला बोला है। जब नवनिर्वाचित मंत्रिमंडल में मेवालाल चौधरी को शामिल किया गया था तब भी श्री दास ने उनपर निशाना साधा था जिसके बाद फजीहत में आई नीतीश सरकार को उन्हे शिक्षा मंत्री के पद से हटाना पड़ा था।
धमदाहा से चौथी बार चुनाव जीतकर आई लेसी सिंह को नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है,उन्हें इस बार खाध एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इसके पूर्व वे बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग का मंत्रालय संभाल चुकी हैं। जदयू कोटे से लेसी सिंह के मंत्री बनने से लोगों में हर्ष व्याप्त भले हो।लेकिन उनकी मुश्किल बढ़ने वाली है।
पूर्व आईपीएस अमिताभ कुमार दास ने डीजीपी को पत्र लिखकर उनके खिलाफ जांच की मांग कर दी है।
डीजीपी को लिखे पत्र में उन्होने कहा है कि उन्हें पक्की सूचना है कि लेसी सिंह के ठिकाने पर अवैध हथियारों का जखीरा है, जिसमें एके 47,एके 56 और एसएलआर शामिल है।अगर पुलिस प्रशासन में जांच और छापेमारी में देर की तो ये हथियार बिहार से बाहर नेपाल भी भेजे भी जा सकते है।
उन्होने पत्र में लिखा है कि लेसी सिंह के पति मधुसूदन सिंह उर्फ बूटन सिंह सीमाचंल के आतंक थें।हत्या के समय वे पूर्णिया के जदयू जिलाध्यक्ष थे।
उनकी हत्या के बाद उसके गिरोह की कमान लेसी सिंह के हाथों में चली गई और गिरोह के सारे हथियार लेसी सिंह के पास है। अगर पुलिस छापेमारी करती है तो हथियारों का जखीरा उनके ठिकाने से बरामद हो सकती है।
कहा जाता है कि लेसी सिंह को कद्दावर नेता के रूप में लोग जानते हैं। समता पार्टी काल से ही नीतीश कुमार के साथ रही हैं। पहली बार वर्ष 2000 में, दूसरी बार 2010 में फिर 2015 के चुनाव में और 2020 में चौथी बार चुनाव जीत चुकी है।