पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। पटना जिले के धनरूआ प्रखंड में अशोक कुमार नामक एक ऐसा पंचायत शिक्षक है, जो वर्तमान में प्राथमिक विद्यालय निजमत के प्रभारी प्रधानाध्यापक एवं प्राथमिक विद्यालय जलालपुर मुसहरी के प्रभारी प्रधानाध्यापक के रूप में कार्य कर रहे हैं।
जबकि विभागीय आदेश के अनुसार इस शिक्षक को संबंधित बगल के विद्यालय में प्रतिनियुक्त करना था, लेकिन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में रह कर ही दोनों विद्यालय का जिला कार्यालय को दो तरह के हस्ताक्षर कर रिपोर्ट भेजते हुए सरकारी राशि का निकासी भी इनके द्वारा किया गया है। इनका इस तरह का कार्य करना इनके बाए हाथ का काम है।
कहते हैं कि इनकी दवंगता प्रखंड अंतर्गत इतनी है कि चाहे पंचायत समिति के बैठक हो या बैठक का प्रोसिडिंग लिखना हो या किसी भी बैठक का प्रोसिडिंग लिखना हो, इनके बिना सहमति का नहीं होता है।
साथ ही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी का कार्य हो, अंचल कार्यालय का कार्य हो, पंचायती राज कार्यालय का कार्य हो, बिना इनके मर्जी का प्रखंड कार्यालय अंतर्गत किसी भी प्रकार का बैठक से लेकर प्रोसिडिंग लिखने का कार्य नही होता है।
बताते हैं कि ये शिक्षक अपनी दबंगता के चलते अब तक तीन बार अपनी पत्नी को पंचायत चुनाव तक लड़वा चुके हैं। इस शिक्षक का पंचायत समिति बैठक का वीडियो भी प्राप्त हुआ है। जिसका पठन-पाठन कार्य से कोई मतलब नहीं रह गया है।
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