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    Wednesday, March 12, 2025
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      CSBC सिपाही भर्ती घोटालाः 7 लाख तक की डील, अबतक 14 गिरफ्तार, बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश

      इस CSBC सिपाही भर्ती घोटाला ने बिहार में भर्ती प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस परीक्षा में भाग लेने वाले हजारों ईमानदार अभ्यर्थियों के सपनों पर पानी फिरने का खतरा मंडरा रहा है

      पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बिहार के पटना में चल रही केन्द्रीय चयन पर्षद (CSBC) की सिपाही भर्ती प्रक्रिया में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। सैकड़ों अभ्यर्थियों ने अपनी जगह स्कॉलर को बैठाकर लिखित परीक्षा पास कराई थी। इस घोटाले में अब तक 14 अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि इस रैकेट के तहत प्रत्येक अभ्यर्थी से 3 लाख से 7 लाख रुपये तक की डील की गई थी।

      पटना के गर्दनीबाग स्थित परीक्षा केंद्र में 9 दिसंबर से शारीरिक दक्षता परीक्षा (Physical Test) चल रही है। इसी दौरान बायोमेट्रिक अटेंडेंस और वीडियोग्राफी के जरिए अभ्यर्थियों की पहचान की जा रही है। कई अभ्यर्थियों के अंगूठे और चेहरे का मिलान नहीं हुआ, जिससे फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ।

      गिरफ्तार अभ्यर्थियों में शामिल जहानाबाद के मोहन कुमार ने पुलिस को बताया कि उसने 50,000 रुपये एडवांस देकर एक स्कॉलर रौशन कुमार से लिखित परीक्षा दिलवाई थी। परीक्षा केंद्र में स्कॉलर ने बायोमेट्रिक प्रक्रिया पूरी कर ली और असली अभ्यर्थी की जगह बैठकर परीक्षा दी। पुलिस जांच में पता चला कि इसी तरह 200 से अधिक अभ्यर्थियों ने अपनी जगह स्कॉलर को बैठाया था।

      फर्जीवाड़े में बिचौलियों का बड़ा योगदान रहा। मोहन ने खुलासा किया कि उसके इलाके में बिचौलिया लव कुमार ने 200 अभ्यर्थियों की जगह स्कॉलर्स को परीक्षा दिलाने का काम किया। प्रत्येक अभ्यर्थी से 3 लाख से 7 लाख रुपये तक वसूले गए। लिखित परीक्षा पास करने के बाद स्कॉलर और बिचौलिया बाकी रकम की मांग कर रहे थे।

      अब तक 14 अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। इनमें से अधिकतर बायोमेट्रिक और वीडियोग्राफी में फंस गए। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच तेज कर दी है। बिचौलियों और स्कॉलर्स की तलाश जारी है।

      पुलिस ने अब तक फिजिकल टेस्ट के दौरान 14 गिरफ्तारियां की हैं। शारीरिक परीक्षा में बुलाए गए कुल अभ्यर्थियों की उपस्थिति दर भी सवालों के घेरे में है। पटना पुलिस का कहना है कि इस रैकेट का भंडाफोड़ करने के लिए सभी बिचौलियों और स्कॉलर्स को पकड़ने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने इस मामले को भर्ती प्रक्रिया की शुचिता और पारदर्शिता पर बड़ा हमला बताया है।

      सरकार और CSBC अब इस मामले को कैसे संभालते हैं। यह देखना महत्वपूर्ण होगा। फिलहाल इस घोटाले ने भर्ती प्रक्रिया में सुधार की सख्त जरूरत को उजागर कर दिया है।

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