“झारखण्ड विधानसभा का भवन रघुवर सरकार के कार्यकाल में 465 करोड़ रूपये की लागत से बनाया गया था, जिसका काम आनन-फानन में किया गया था और करोड़ों रूपये का बंदरबांट किया गया, जो जांच का विषय है…
रांची (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी की प्रवक्ता आभा सिन्हा ने कहा है कि भाजपा सरकार के दौरान हुए लूट-खसोट का परिचायक बना है नये विधानसभा भवन के सीलिंग का गिरना, जो भाजपा सरकार के दौरान हुए सभी कार्यों के प्रति प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।
उन्होंने कहा कि झारखण्ड के विभिन्न जिलों में भाजपा कार्यालय का उद्घाटन अर्थात् राज्य की लूटी गई संपत्ति का प्रदर्शन है, जिसका खाका रघुवर सरकार के शासनकाल के दौरान हीं हो चुका था।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने राज्य के विभिन्न जिलों में आलीशान जिला कार्यालय का उद्घाटन किया, जिसके लिए जनता आश्चर्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि आखिर भाजपा के पास इतने पैसे कहां से आ गये कि वे पूरे प्रदेश में अपने जिलों के अंदर राजसी ठाठबाट का प्रदर्शन कर दिया। एक साथ कई जिलों में नवनिर्मित जिला भाजपा कार्यालय खोल दिये। जिसका खामियाजा झारखण्ड विधानसभा के नये भवन को भुगतना पड़ा।
पांच वर्षों में भाजपा के रघुवर राज में हुई खुली लूट का प्रतिबिम्ब उसके जिला कार्यालयों से लगाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि ये कार्यालय राज्य की जनता से लूटी गई संपत्तियों से बना है। रघुवर सरकार के कार्यकाल के दौरान विभिन्न योजनाओं एवं निर्माण कार्यों के माध्यम से अनियतिता बरती गयी और जिला कार्यालयों के लिए पूंजी जमा की गयी, जो भाजपा का सरकार में आने का मुख्य मकसद था।
उन्होंने कहा कि 08 नवम्बर 2016 को हुए नोटबंदी के दौरान काले धन से खरीदी गई भाजपा के ये कार्यालय का उद्घाटन सरकारी ठेकेदारों द्वारा किया गया, जिसका भुगतान रघुवर राज में लूट की राशि से की गई।
उन्होंने कहा कि आज जब पूरा देश कोरोना के संक्रमण से गुजर रहा है, इस दौरान भाजपा अपने कार्यालयों का उद्घाटन करने में व्यस्त है।