पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। इन दिनों समूचे बिहार के कई सरकारी स्कूलों से अजीबोगरीब मामले सामने आ रहे हैं। लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश पर यह सब हो क्या रहा है।
एक ऐसा ही मामला दरभंगा जिले के सिंहवाड़ा प्रखंड क्षेत्र के एक स्कूल से सामने आया है। जहां निरीक्षी पदाधिकारी प्रखंड साधन सेवी अविनाश आनन्द ने विगत 22 मई को उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय भराठी का अपराह्न 05:43 बजे निरीक्षण करते हुए 9 शिक्षकों की अनुपस्थित रहने की जांच रिपोर्ट भेजी है।
और तो और, प्रखंड साधन सेवी की उसी अपराह्न 05:43 बजे निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर दरभंगा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) ने सभी शिक्षकों को नोटिश जारी करते हुए उनके एक दिन की वेतन कटौती के आदेश भी जारी कर दिया है।
उन्होंने जारी निरीक्षण प्रतिवेदन में लिखा है कि निरीक्षण के समय एक मात्र शिक्षक ही उपस्थित थे जोकि अन्य सभी 9 शिक्षकों के कर्तव्यनिष्ठता पर प्रश्न चिन्ह लगाता है। 10 प्रतिशत से अधिक शिक्षकों को अवकाश देना प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा विभागीय निदेशों के अनदेखी को दर्शाता है।
डीपीओ के अनुसार इससे प्रतीत होता है कि प्रभारी प्रधानाध्यापक के द्वारा विद्यालय प्रबंधन सही ढंग से नहीं किया जा रहा है। अतएव उक्त वर्णित स्थिति में संबंधित अनुपस्थित शिक्षकों के एक दिन का वेतन कटौती करते हुए निदेश दिया जाता है कि क्यों न संबंधित सभी शिक्षकों के विरूद्ध विभागीय अनुशासनिक कार्रवाई हेतु उच्चाधिकारी को प्रेषित किया जाए?
डीपीओ ने आगे लिखा है कि इस आशय का स्पष्टीकरण पत्र प्राप्ति के 24 घंटे के अंदर अधोहस्ताक्षरी कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे साथ ही प्रभारी प्रधानाध्यपक यह स्पष्ट करें कि किन प्ररिस्थितियों में उनके द्वारा विद्यालय का प्रबंधन ठीक से नहीं किया जा रहा है। अन्यथा की स्थिति में प्रभारी प्रधानाध्यपक सहित संबंधित सभी शिक्षकों के विरूद्ध विभागीय प्रतिकूल आदेश निर्गत होने के आप सभी स्वयं जिम्मेवार होंगे।
डीपीओ ने निरीक्षण प्रतिवेदन की प्रतिलिपि जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रभारी प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी, संबंधित सभी शिक्षक, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी माध्यमिक शिक्षा, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना, जिला शिक्षा पदाधिकारी को भी सूचनार्थ समर्पित किया है।
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