मुंबई (इंडिया न्यूज रिपोर्टर)। महाराष्ट्र के सांगली जिले में आर्थिक रूप से परेशान होकर एक ही परिवार के 9 लोगों ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली है।
पुलिस ने बताया है कि परिवार कर्ज के बोझ तले दबा हुआ था और शायद उसी वजह से ऐसा आत्मघाती कदम उठा लिया।
पुलिस के अनुसार सांगली जिले के ह्मैसाल इलाके में अक्काताई वनमोर के दो बेटे पोपट वनमोर तथा माणिक वनमोर अपने परिवार सहित दो अलग-अलग घर में रहते थे। इनमें से पोपट डॉक्टर थे तथा माणिक शिक्षक थे।
सांगली जिले की मिरज तहसील में ह्मैसाल इलाके में डॉक्टर पोपट यल्लाप्पा वनमोरे (52) के सांगली के अंबिका नगर और राजधानी कॉर्नर में घर हैं। सोमवार की सुबह जब डॉक्टर दंपत्ति परिवार के घर का दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोसी घर के पास पहुंचे और दरवाजा खोलकर देखा।
डॉक्टर दंपत्ति के एक घर से छह शव तो दूसरे घर से तीन शव बरामद किए गए। पड़ोसियों ने फौरन इसकी सूचना पुलिस को दी जिसके बाद जिला पुलिस अधीक्षक दीक्षित कुमार गेदाम, पुलिस उपाधीक्षक अशोक वीरकर और अपर पुलिस अधीक्षक मनीषा दुबुले सहित मिराजगांव पुलिस स्टेशन की टीम मौके पर पहुंची और सभी शवों का पंचनामा करके सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
अधिकारियों ने जांच के बाद बताया कि शुरुआती तौर पर यह खुदकुशी का मामला लग रहा है। पुलिस के मुताबिक पूरा परिवार आर्थिक रूप से परेशान था, शायद इसी वजह से आत्महत्या की होगी।
आत्महत्या करने वालों में डॉक्टर पोपट यालप्पा वनमोर (52), पत्नी संगीता पोपट वनमोर (48), अर्चना पोपट वनमोर (30), शुभम पोपट वनमोर (28), माणिक यल्लप्पा वनमोर (49), रेखा माणिक वनमोर (45) माणिक वनमोर (15), अनीता माणिक वनमोर (28) और अक्काताई वनमोर (72) की पहचान की गई है।
- प्रधानमंत्री आज-कल कर्नाटक में, 27 हजार करोड़ रुपये की योजनाओं की देंगे सौगात
- नई प्रतिभाओं को तलाश और तराश रही है भारत की खेल नीति : प्रधानमंत्री
- युवाओं और सेना के हित में नहीं है ‘अग्निपथ’ योजना, जारी रहेगा विरोध : प्रियंका गांधी
- रक्षा मंत्री संग समीक्षा बैठक के बाद तीनों सेनाध्यक्षों का ऐलान- ‘वापस नहीं होगी अग्निपथ योजना’
- ‘अग्निपथ’ को लेकर नए ऐलान की तैयारी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुलाई आपात समीक्षा बैठक