“बिहार में सुशासन बाबू उर्फ नीतीश कुमार के राज में चूहों का कोई सानी नहीं है। कभी वह बड़े-बड़े बांध-नदी तटबंध तोड़ डालता है। कभी वह हजारों लीटर शराब पी जाता है तो कभी कोई अन्य कारनामा कर जाता है। लेकिन इस बार उसने हत्या कर डाली है। एक मासूम नवजात की नृशंस हत्या…..”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। बिहार के दरभंगा अस्पताल में भर्ती महज़ 8 दिन के एक बच्चे की हत्या का आरोप चूहों पर लगा है। मृतक नवजात के परिजन ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाए हुए कहा की एनआइसीयू में भर्ती उनके नवजात को चूहों ने कुतर कुतर कर जख्मी किया, जिससे उसकी मौत हो गई।
अब पीड़ित परिजन न्याय के लिए दरभंगा के उप विकास आयुक्त को लिखित शिकायत कर इलाज़ में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर पर उचित कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
हालांकि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय आदतन मामले को फर्जी बताते हैं और चूहे के कुतरन को इंजेक्शन के दाग के दावे करते हैं।
कहा जाता है कि नवजात बच्चा मधुबनी जिले के पंडौल का रहने वाला था। इलाज के लिए उसे डीएमसीएच अस्पताल के शिशु विभाग में भर्ती कराया गया था। बच्चे की खराब हालत देखते हुए उसे एनआईसीयू में भर्ती किया गया, जहां बीती रात चूहे ने बच्चे के हाथ और पैर की अंगुली को निवाला बनाते हुए उसे खा गए और बच्चे की मौत हो गई।
इस घटना के बाद से मृतक बच्चे के परिवार वाले का रो-रो कर बुरा हाल है। परिजनों का आरोप है कि चूहों के कुतरने से बच्चे की मौत हो गई।
मामला अस्पताल के शिशु रोग विभाग का है। जिस बच्चे को चूहों ने अपना निवाला बनाने की कोशिश करते हुए कुतरा वह बच्चा पिछले 9 दिनों से इसी अस्पताल के एनआईसीयू में भर्ती था।
बच्चे की मौत के बाद उसके परिजनों ने अस्पताल के कर्मियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। परिजनों का आरोप है कि चूहे के कुतरने के कारण बच्चे की मौत हुई है। बच्चे के शरीर पर भी जख्म के निशान मिले हैं।
अस्पताल में मौजूद चूहों ने बच्चे के पैर और हाथ दोनों को बुरी तरह कुतर डाला। जख्म पर पट्टी बंधी होने के बाद भी उससे लगातार खून रिस रहा था।
वहीं अस्पताल के डॉक्टर ओम प्रकाश ने भी एनआईसीयू में चूहे होने की बात को स्वीकारा है। अस्पताल में मौजूद अन्य मरीजों ने भी कहा कि यहां चारों ओर चूहे भटकते रहते हैं और मौका मिलते ही लोगों को भी काट लेते हैं।