रांची। झारखंड के सीएम रघुवर दास के प्रेस एडवाइजर योगेश किसलय के ड्राइवर को अगवा कर चार लुटेरों ने उनकी इनोवा कार लूट ली। यह घटना राजधानी रांची के अत्यंत वीआइपी हलके अशोक नगर गेट नंबर-1 के पास रात पौने नौ बजे घटी। गाड़ी पर प्रेस सलाहकार, मंत्रिमंडल का बोर्ड लगा था।
पुलिस ने वरिष्ठ पत्रकार योगेश किसलय के वाहन का सुराग पाने के लिए एसआईटी टीम का गठन किया है और समूचे राज्य में छापेमारी कर रही है। लेकिन घटना के तीन दिन बाद भी उसे कोई सफलता नहीं मिली है।
कहते हैं कि लुटेरों ने ड्राइवर से मारपीट करने के बाद उसे घाघरा पुल के पास छोड़ दिया और कार लेकर फरार हो गए। ड्राइवर जीतेंद्र नाथ मुंडा के बयान पर अरगोड़ा थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि योगेश किसलय को शाम छह बजे उनके घर छोड़ा था। फिर उनके भाई विभाकर मिश्रा को काठीटांड़ स्थित मिश्रा बागीचा ले गया। वहां उन्हें छोड़ने के बाद अरगोड़ा चौक पर कुछ सामान खरीदा और अपने घर जाने लगा। घर के पास चार लुटेरों ने उसे पकड़ लिया।
ड्राइवर ने बताया कि तीन लुटेरों ने उसे पीटकर और धमकाते हुए गाड़ी में जबरन बैठा लिया और मोबाइल छीन ली। चौथा लुटेरा गाड़ी ड्राइव करने लगा और डोरंडा की ओर निकल गए। शोर मचाने पर लुटेरे गोली मारने की धमकी दी।
ड्राइवर के मुताबिक लुटेरों का कहना था कि उन्होंने योगेश से एक करोड़ रुपए मांगी थी। पैसे नहीं देने पर उसका अपहरण किया गया है। वहीं योगेश किसलय ने पुलिस से कहा कि उनसे किसी ने पैसे की मांग नहीं की थी।
ड्राइवर के अनुसार उसकी गाड़ी के आगे बिना नंबर की काले रंग की एक रिट्ज कार चल रही थी। उस कार में भी कुछ युवक सवार थे। घाघरा पुल पर छोड़ने के बाद लुटेरों ने उसे मोबाइल लौटा दिया। फिर उसने योगेश को फोन किया। योगेश तुरंत मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। सिटी एसपी किशोर कौशल ने ड्राइवर से पूछताछ की। फिर पुलिस उसे वहां ले गई, जहां उसका अपहरण हुआ था और जहां छोड़ा गया था।