“अब तक कोई कार्रवाई नही होने पर विधायक निर्मला देवी ने बुधवार को शून्यकाल में सरकार से बड़कागांव थाना कांड संख्या 247/16 के अभियुक्तों पर कार्रवाई करने की मांग की है।”
हजारीबाग (मंटू सोनी)। हजारीबाग के चिरुडीह में एक अक्टूबर 2016 को कफन सत्याग्रह के दौरान हुई ग्रामीण-पुलिस झड़प में चार लोगों की मौत होने के मामले में पुलिस और पीड़ित पक्ष की तरफ से अलग-अलग मामला दर्ज करवाया गया था।
पुलिस की तरफ से दर्ज मामले बड़कागांव थाना कांड संख्या 228/16 में पूर्व मंत्री योगेंद्र साव,विधायक निर्मला देवी, उनके पुत्र अंकित राज उर्फ सुमित को मुख्य दोषी मानते हुए अन्य को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट तक चले प्रकरण पूरे देश मे चर्चा का विषय रहा । पुलिस इस मामले में चार्जशीट भी सौंप चुकी है।
अदालत के निर्देश पर बड़कागांव थाना में 12 नवम्बर को कांड संख्या 247/16 दर्ज किया गया। कांड में कुल 23 लोगों को अभियुक्त बनाया गया था। पीड़ित की तरफ से अधिवक्ता संजीव कुमार और अनिरुद्ध कुमार ने बहस किया था।
कोर्ट के निर्देश पर बड़कागांव थाना में एनटीपीसी के जीएम टी गोपाल कृष्णन,,एजीएम एसके तिवारी ,त्रिवेणी सैनिक ए सुब्रमण्यम, गोपाल सिंह,एसडी सिंह, एएसपी कुलदीप कुमार, सीओ शैलेश कुमार, थाना प्रभारी अकील अहमद समेत कुल 23 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज होने के बाद एक साल से अधिक समय बीत जाने के बाद अब तक कोई कार्रवाई नही हुई है ।
चिरुडीह गोलीकांड में पुलिस-ग्रामीण झड़प के बाद दोनों पक्षों की ओर से मामला दर्ज होने के बाद एक ओर पुलिस अपने केस में अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
सिर्फ यही नही कांड के अभियुक्त पूर्व मंत्री योगेंद्र साव,विधायक निर्मला देवी,अंकित राज को उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के खिलाफ राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गई।
वहीं दूसरी तरफ घटना में मृतक महताब के पिता मोबिन अंसारी द्वारा कोर्ट के निर्देश के बावजूद दर्ज मामले में अब तक कोई कार्रवाई नही होने पर विधायक निर्मला देवी ने बुधवार को शून्यकाल में सरकार से बड़कागांव थाना कांड संख्या 247/16 के अभियुक्तों पर कार्रवाई करने की मांग की है।