Home देश इआरओ नेट सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें निर्वाची पदाधिकारीः चुनाव आयुक्त

इआरओ नेट सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें निर्वाची पदाधिकारीः चुनाव आयुक्त

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भारत के निर्वाचन आयुक्त  ने सभी निर्वाची पदाधिकारी एवं सहायक निर्वाची पदाधिकारियों से कहा है कि आयोग के नए सॉफ्टवेयर इ आर ओ नेट का प्रयोग करें एवं अधिक से अधिक ऑनलाइन आवेदन प्राप्त करने के लिए लोगों को जागरूक करें।”

बिहारशरीफ (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। निर्वाचक सूची में नाम जोड़ने, हटाने या त्रुटि शुद्धिकरणके लिए आने वाले आवेदनों का समय सीमा के भीतर निष्पादन करें।BIHARSHARIF ELECTION COMISION MEATING 2

निर्वाचन आयुक्त ,भारत श्री अशोक लवासा ने हरदेव भवन में सभी निर्वाची पदाधिकारी, सहायक निर्वाची पदाधिकारी एवं बीएलओ के साथ आयोजित बैठक में उक्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चाहे आवेदन ऑनलाइन प्राप्त हो या ऑफलाइन उसे प्राथमिकता के तौर पर निष्पादित करना जरूरी है।

जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एस एम ने कहा कि नए सॉफ्टवेयर इ आर ओ नेट को और प्रभावी बनाने के लिए बीएलओ से लेकर निर्वाची पदाधिकारी तक सबको सघन ट्रेनिंग की व्यवस्था की जा रही है।

सभी पदाधिकारियों से कहा गया कि ईआर ओ नेट के डेशबोर्ड को प्रत्येक दिन चेक करें एवं प्राप्त होने वाले ऑनलाइन आवेदनों का तत्क्षण निपटारा करें।  उन्होंने कहा कि बीएलओ के स्तर से भी वेरिफिकेशन या अन्य कार्यों में कोई विलंब नहीं होना चाहिए।

निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि जिनके नाम दो जगह हैं अथवा जो वोटर मृत हो गए हैं, उनका प्राथमिकता के तौर पर निर्वाचक सूची से नाम हटाया जाए। निर्वाचि पदाधिकारियों को इस पर विशेष ध्यान देने को कहा गया।

बैठक में यह निर्देश दिया गया कि 18 एवं 19 आयुवर्ग के नए वोटरों जिनकी अनुमानित संख्या 73 हजार है, का नाम निर्वाचक सूची में जोड़ने पर विशेष जोर दें। ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करें कि कोई भी योग्य मतदाता वोट वोट देने से वंचित ना हो।

जनसंख्या एवं निर्वाचक सूची में अंकित मतदाताओं के बीच का वर्तमान अनुपात 62 है। इसे और बढ़ाने को कहा गया। यह तभी संभव है जब सभी योग्य नागरिकों का नाम मतदाता सूची में दर्ज हो। जिला की वर्तमान जनसंख्या 34 लाख है, जिसमें मतदाताओं की संख्या 20 लाख 96 हजार है।

निर्वाचन आयुक्त श्री अशोक लवासा ने मतदाताओं के बीच व्यापक जागरूकता कार्यक्रम को सतत रूप से चलाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि स्थानीय भाषा एवं प्रचलित परंपराओं तथा नवीन प्रयोगों का उपयोग कर लोगों के बीच अपने मताधिकार का अधिकाधिक प्रयोग करने के लिए प्रेरित करें।

निर्वाचन उपायुक्त संदीप सक्सेना ने बताया कि निर्वाचक सूची से गलत व्यक्तियों का नाम हटाना सभी स्तर के अधिकारियों का अधिकार भी है और जिम्मेदारी भी। कहीं पर किसी मृत या अयोग्य लोग का नाम मतदाता सूची में है तो इसकी सूचना उच्च अधिकारी को देनी चाहिए एवं उसे तुरंत हटाने की कार्रवाई की जानी चाहिए।

बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री अजय नायक ने कहा कि ईवीएम एवं वीवीपैट के बारे में भी व्यापक ट्रेनिंग कार्यक्रम चलाया जाएगा। उन्होंने सभी बीएलओ एवं निर्वाचित पदाधिकारियों को सजग रहकर अपने काम संपादन करने का निर्देश दिया।

निर्वाचन पदाधिकारियों ने ईवीएम रखने के लिए बनाए गए भवन एवं वेयरहाउस का निरीक्षण भी किया। निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा ने ईवीएम रखने की प्रणाली एवं व्यवस्था की काफी प्रशंसा की।

बैठक में जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एस एम ने जिले की ऐतिहासिक एवं जननांकीय पृष्ठभूमि तथा निर्वाचन क्षेत्रों में विगत वर्षों में हुए चुनाव में वोटिंग टर्न आउट के प्रतिशत तथा उसके रुझान के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नए सॉफ्टवेयर को और प्रभावी बनाने के लिए सभी स्तरों पर विशेष ट्रेनिंग आयोजित की जाएगी।

बैठक में उप विकास आयुक्त सुब्रत कुमार सेन पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार पोरीका, नगर आयुक्त सौरभ जोरवाल, निदेशक डीआरडीए संतोष कुमार श्रीवास्तव, उप निर्वाचन पदाधिकारी अरविंद डीन, सभी अनुमंडल पदाधिकारी डीसीएलआर सभी निर्वाची एवं सहायक निर्वाचन पदाधिकारी बीएलओ एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी व कर्मी उपस्थित थे।

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