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पप्पू यादव को धमकी का राज खुलाः लॉरेंस विश्नोई नहीं, उनका करीबी निकला गड़बड़

The secret of threat to Pappu Yadav revealed Not Lawrence Bishnoi, but his close aide turned out to be the culprit
The secret of threat to Pappu Yadav revealed Not Lawrence Bishnoi, but his close aide turned out to be the culprit

पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को जान से मारने की धमकी देने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में पता चला कि यह धमकी किसी बाहरी शख्स से नहीं, बल्कि उनके ही करीबी द्वारा रची गई साजिश थी। भोजपुर जिले के शाहपुर निवासी और पप्पू यादव के पुराने सहयोगी राम बाबू राय ने पुलिस पूछताछ में बताया कि यह साजिश सांसद की सुरक्षा बढ़वाने के लिए रची गई थी।

बता दें कि पप्पू यादव को 1 दिसंबर को एक वीडियो के माध्यम से जान से मारने की धमकी दी गई थी। वीडियो में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई से माफी मांगने को कहा गया था। धमकी के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गईं और पुलिस ने पूरे मामले की गंभीरता से जांच शुरू की।

पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि राम बाबू राय को इस साजिश के लिए दो लाख रुपये और भविष्य में भोजपुर का नेता बनाए जाने का प्रलोभन दिया गया था। पूछताछ में राम बाबू ने स्वीकार किया कि उसने यह सब सांसद के सहयोगियों के कहने पर किया था।

राम बाबू राय ने खुद को पप्पू यादव का समर्थक बताया। वह जन अधिकार पार्टी का सदस्य भी रहा है। दो साल पहले जब पप्पू यादव भोजपुर दौरे पर गए थे, तब राम बाबू उनके संपर्क में आया। उसने खुलासा किया कि यह पूरी साजिश सांसद की सुरक्षा बढ़वाने के लिए रची गई थी।

एसपी ने बताया कि राम बाबू राय से मिली जानकारी के आधार पर और सबूत जुटाए जा रहे हैं। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि इस साजिश में और कौन-कौन शामिल थे।

इधर जदयू प्रदेश प्रवक्ता ने इस प्रकरण को लेकर पप्पू यादव पर निशाना साधते हुए इसे ‘सुनियोजित और पेड’ करार दिया और कहा कि पहले गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई को खत्म करने की बातें हुईं। फिर धमकी का मामला उछाला गया। लेकिन पुलिस की जांच ने सच्चाई को उजागर कर दिया।

हालांकि पप्पू यादव ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि अगर किसी ने पैसा देकर धमकी दिलाई है तो पुलिस उसका नाम सार्वजनिक करे। मैं किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हूं। यह मेरे खिलाफ एक षड्यंत्र है।

वेशक यह घटना न केवल सांसद की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े करती है, बल्कि राजनीति में साजिश और सुरक्षा के बहाने मिलने वाले लाभों को भी उजागर करती है। पुलिस मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। यह मामला राजनीति और साजिश के नए आयामों को उजागर करता है। जहां सुरक्षा के नाम पर खुद को खतरा दिखाना एक हथकंडा बन गया है।

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