“इस महिला कार्यपालक सहायक को लॉकडाउन के दौरान लोगों को आपूर्ति बाधित नहीं हो, इसके लिए कार्य पर लगाया गया है। वे लॉकडाउन में भी संबंधित कार्यालय में कार्य कर लोगों को सहायता उपलब्ध करा रहे हैं…”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। प्रदेश के कई हलकों से लॉकडाउन के दौरान पुलिस द्वारा बदमाशी किए जाने की भी खितायत मिल रही है। कहीं एक समुदाय विशेष के घरों में बेवजह घुसकर महिलाओं-बच्चों को पीटा जा रहा है तो कहीं वाहन चालकों के पर्स पैसे छीनने की सूचनाएं मिल रही है। इसी बीच जमुई से पूरे पुलिस महकमा को शर्मसार करने वाली खबर सुर्खियों में है।
बकौल पीड़िता, जैसे ही वे अपने पति के साथ महाराजगंज चौक के पास पहुंची कि टाउन थानाध्यक्ष सुभाष कुमार उन्हें रोक लिया और उनके साथ मारपीट करनी शुरू कर दी।
महिला कार्यपालक के अनुसार वह एसडीओ कार्यालय से काम खत्म कर अपने घर जा रही है, लेकिन थानाध्यक्ष एक नहीं माने। इस बीच जब प्रियंका ने बरहट प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी मुकेश कुमार को फोन कर इसकी जानकारी दी।
सूचना मिलते ही एमओ भी मौके पर पहुंच कर महिला को बचाने का प्रयास किया लेकिन थानाध्यक्ष एमओ पर भी गुस्सा हो गए।
इस वारदात के बाद कार्यपालक सहायकों ने पुलिस के इस तरह के बरताव को देखते हुए कार्य करने से इन्कार कर दिया है। सभी एसडीओ कार्यालय पहुंच कर एसडीओ लखीन्द्र पासवान से सुरक्षा की गुहार लगाते हुए आरोपी थानाध्यक्ष को निलंबित करने की मांग पर डटे हैं।
एमओ मुकेश कुमार के अनुसार थानाध्यक्ष शराब के नशे में थे और वे किसी की नहीं सून रहे थे। एमओ ने कहा कि इस संबंध में डीएम, एसपी व एसडीओ को आवेदन देकर हम लोग थानाध्यक्ष पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। जबतक थानाध्यक्ष पर कार्रवाई नहीं होगी और हम सभी कर्मियों को सुरक्षा प्रदान नहीं की जाएगी हम कार्य नहीं करेंगे।