चंडी (संजीत कुमार)। नालंदा इंजीनियरिंग काॅलेज के सीनियर छात्रों ने फ्रेशर छात्रों के स्वागत में काॅलेज के मुख्य गेट पर आकर्षक बैनर लगा रखा है।”वेलकम जूनियर “
नालंदा इंजीनियरिंग काॅलेज में रैंगिग थमने का नाम नहीं ले रहा है ।हर साल काॅलेज में रैंगिग के मामले आते रहते हैं । छात्रों पर कार्रवाई भी होती है। लेकिन रैंगिग का भूत सीनियर छात्रों पर जो सवार है उतरता ही नही ।
नालंदा इंजीनियरिंग काॅलेज के 2016 बैच के छात्रों ने अपने जूनियर छात्रों के स्वागत में काॅलेज के प्रवेश द्वार पर स्वागत बैनर “वेलकम जूनियर ” लगा रखा है ।
पहली नजर में जूनियर छात्रों को यह देखकर लग सकता है कि यहां के सीनियर काफी अच्छे हो सकते हैं ।लेकिन जब काॅलेज कैंपस में प्रवेश करते होंगे तो उनका सीनियर के प्रति थोड़ी देर पहले की सोच बदल जाती होंगी ।
जब सीनियर छात्रों के रैगिग का सामना होता होगा तो उनके अंदर रैगिग का डर समा जाता होगा । कुछ ऐसे ही रैगिग के डरावने सच का सामना छात्रों को एक बार फिर करना पड़ा है।
काॅलेज प्रशासन ने ताजा रैगिग के एक मामले में अपने छह छात्रों के खिलाफ जूनियर छात्रों के साथ रैगिग करने के आरोप में चंडी थाना में केस दर्ज कराया है ।वही छात्रावास में रहने वाले आरोपी छात्र को हाॅस्टल खाली करने का निर्देश दिया गया है ।
नालंदा इंजीनियरिंग काॅलेज में सीनियर छात्रों के द्वारा प्रथम सेमेस्टर के छात्रों के साथ छात्रावास तथा छात्रावास के बाहर रैगिग करने का आरोप लगा है । पीड़ित छात्रों ने इसकी शिकायत एंटी रैगिग हेल्पलाइन को की थी। जिसके बाद छात्रों के शिकायत पर एंटी रैगिग समिति के एक उपसमिति द्वारा घटना की जांच करवाई गई थी।
जांचोपरांत प्रथम सेमेस्टर के छात्रों ने टीम को बताया कि सीनियर छात्र उनके हाॅस्टल में आकर रैगिग करते हैं सिर्फ़ इतना ही नहीं हाॅस्टल के बाहर भी उनकी क्लास लेते रहते हैं ।
वही फतुहा से काॅलेज बस से आने वाले छात्रों ने भी आरोप लगाया कि सीनियर उनके साथ बस में दुर्व्यवहार करते हैं, रैगिग करते हैं ।टीम ने रैगिग की शिकायत को सही पाते हुए काॅलेज के छह छात्रों पर कार्रवाई की अनुशंसा की है ।
इसके बाद काॅलेज के प्राचार्य सीबी महतो ने मेकैनिकल के चंद्रहांस कुमार, आकाश कुमार, अरविंद कुमार, निमिश कुमार, सिविल के सुभाष कुमार तथा अंकित के खिलाफ चंडी थाना में एफआईआर की गई हैं । साथ ही रैगिग में शामिल छात्रों को हाॅस्टल खाली करने का निर्देश काॅलेज प्रशासन ने दिया है।
इधर काॅलेज प्रशासन को कई और छात्रों के रैगिग में शामिल होने की सूचना मिली थी।काॅलेज प्रशासन ने बुधवार शाम को चंडी थाना में कई अज्ञात सीनियर छात्रों पर रैगिग के आरोप में केस दर्ज कराना चाहा।लेकिन थाना में अज्ञात छात्रों के खिलाफ केस नही लिया गया ।
गौरतलब रहे कि नालंदा इंजीनियरिंग काॅलेज के अस्तित्व में आने के समय से ही यहाँ हर वर्ष रैगिग की घटनाएँ तूल पकडती रही है ।जबकि सुप्रीम कोर्ट ने तकनीकी शिक्षण संस्थाओं में रैगिग पर पूरी तरह रोक लगा रखी है।
बाबजूद काॅलेज प्रशासन की लापरवाही से रैगिग की घटनाएँ आम हो गई है।कभी कभी तो अभिभावकों को रैगिग के खिलाफ मोर्चा खोलना पड़ता है ।