
पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क)। बिहार के पैरा एथलीटों के लिए एक नई सुबह की शुरुआत होने जा रही है। राज्य सरकार ने पैरा एथलीटों को प्रोत्साहन देने और उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की है। जल्द ही बिहार में एक पैरा रेजिडेंशियल स्पोर्ट्स स्कूल की स्थापना की जाएगी, जो पैरा एथलीटों के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी। इस स्कूल की स्थापना के लिए पटना या राजगीर को संभावित स्थान के रूप में चुना गया है और इस पर अंतिम निर्णय शीघ्र लिया जाएगा।
इस पहल को मूर्त रूप देने के लिए बिहार के 14 जिलों में 14 से 25 सितंबर 2025 तक एक भव्य पैरा एथलेटिक्स प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन समाज कल्याण विभाग, खेल विभाग और बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में होगा। इस प्रतियोगिता में 3000 से अधिक पैरा एथलीट हिस्सा लेंगे, जिनमें से होनहार खिलाड़ियों का चयन पैरा रेजिडेंशियल स्पोर्ट्स स्कूल के लिए किया जाएगा।
प्रतियोगिता दो चरणों में आयोजित होगी। पहले चरण में सभी 14 जिलों में स्थानीय स्तर पर प्रतियोगिताएं होंगी, जहां खिलाड़ियों का प्रारंभिक चयन किया जाएगा। वहीं दूसरे चरण में जिला स्तर पर चयनित खिलाड़ी पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स पटना में आयोजित होने वाली राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
प्रतियोगिता का आयोजन 14 जिलों में किया जाएगा। जिनमें नालंदा, गया, मुजफ्फरपुर, सारण, दरभंगा, सहरसा, पूर्णिया, भागलपुर, मुंगेर, बेगूसराय, रोहतास, पूर्वी चंपारण, भोजपुर, पटना शामिल हैं।
इस प्रतियोगिता में पैरा एथलीट तीन प्रमुख खेलों में अपनी प्रतिभा दिखाएंगे। जिनमें स्विमिंग: जल में गति और तकनीक का प्रदर्शन, बैडमिंटन: चपलता और सटीकता का मंच और एथलेटिक्स: दौड़, थ्रो और जंप जैसे विभिन्न इवेंट्स शामिल हैं।
प्रस्तावित पैरा रेजिडेंशियल स्पोर्ट्स स्कूल का उद्देश्य बिहार के पैरा एथलीटों को विश्व स्तरीय प्रशिक्षण और सुविधाएं प्रदान करना है। इस स्कूल में खिलाड़ियों को न केवल खेल प्रशिक्षण दिया जाएगा, बल्कि उनकी शिक्षा, पोषण और समग्र विकास पर भी ध्यान दिया जाएगा। यह स्कूल पैरा एथलीटों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार करेगा।
बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह पहल बिहार के पैरा एथलीटों के लिए एक सुनहरा अवसर है। हमारा लक्ष्य है कि बिहार के खिलाड़ी पैरालंपिक जैसे बड़े मंचों पर देश का नाम रोशन करें। इस आयोजन से न केवल खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा, बल्कि यह समाज में पैरा एथलीटों के प्रति जागरूकता भी बढ़ाएगा।
पैरा रेजिडेंशियल स्पोर्ट्स स्कूल की स्थापना और इस तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन बिहार में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह न केवल पैरा एथलीटों को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि समाज के हर वर्ग को यह संदेश देगा कि मेहनत और लगन से कोई भी सपना असंभव नहीं है।









