एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क डेस्क। कांग्रेस पार्टी ने सुपौल के पूर्व सासंद रंजीता रंजन को स्टार प्रचारक सूची से बाहर कर दिया है। यह सब जाप नेता एवं उनके पति पप्पू यादव के कारण हुआ है। पप्पु ने पहले कांग्रेस से गबहियां डालने का मन बनाया और फिर उप चुनाव मैदान में अपने प्रत्याशी खड़े कर दिए। इससे कांग्रेस भड़क उठी।
खबरों के मुताबिक पप्पु यादव ने पहले बिहार विधान सभा की तारापुर और कुशेश्वर स्थान सीट पर हो रहे उप चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को ममद करने की बात कही। उसके बाद महागठबंधन से उम्मीदवार तय करने का दबाव बनाया और जब बात नहीं बनी तो उन्होंने दोनों सीट पर जाम प्रत्याशी खड़ा कर दिए।
कहते हैं कि पप्पु यादव के इस पेंडुल प्रेसर पॉल्टिक्स से कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व इस कदर नाराज हो गया कि उनकी पत्नी रंजीता रंजन को ही चुनाव कार्य की जिम्मेवारी से से अलग कर दिया।
बता दें कि बिहार में दो विधान सभा सीटों के लिए हो रहे उप-चुनाव में कांग्रेस पार्टी और राजद उम्मीदवार आमने सामने हैं। राजद के बाद कांग्रेस ने भी अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी।
इस सूची में लोकसभा की पूर्व स्पीकर मीरा कुमार से लेकर डॉ. कन्हैया कुमार, हार्दिक पटेल और जिग्नेश मेवानी तक को शामिल किया है। कन्हैया का प्रचार इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि कांग्रेस उनके सहारे बिहार में पार्टी को मजबूती देना चाहती है। तेजस्वी के जवाब में उनको सामने लाना चाहती है।
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस स्टार प्रचारकों की सूची में शत्रुघ्न सिन्हा के आलावे कीर्ति आजाद, मीरा कुमार, तारिक अनवर, भक्त चरण दास, डॉ. मदन मोहन झा, अजीत शर्मा, निखिल कुमार, डॉ. शकील अहमद, डॉ. अखिलेश कुमार, डॉ. शत्रुघ्न सिन्हा, डॉ. मो. जावेद, डॉ. अनिल शर्मा, कीर्ति आजाद, अवधेश सिंह, शकील अहमद खान, इमरान प्रतापगढ़ी, प्रेमचंद मिश्रा, अमिता भूषण, शकील उज्जमन अंसारी को शामिल किया गया है।
इस सूची में पूर्व सांसद रंजीत रंजन को नहीं रखा गया हैं। कांग्रेस चाहती थी कि उनके पति पप्पू यादव उपचुनाव में पूरी तरह से कांग्रेस को मदद करें। जबकि, पप्पू चाहते थे कि कांग्रेस उनके साथ गठबंधन करे।
लेकिन अंततः ऐसा नहीं हुआ और पप्पू यादव ने चुनाव मैदान में अपने स्वतंत्र उम्मीदवार उतारने की घोषणा कर दी। यहीं कारण है कि ऑल इंडिया कांग्रेस में सेक्रेटरी होने के वावजूद रंजीता रंजन के नाम को पार्टी ने अलग रखा है।