पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज़)। नालंदा जिले के थरथरी थानान्तर्गत मेहतरमा गांव निवासी स्नेहा कुमारी को जमीन निगल ली है आसमान, उसके परिजनों को समझ में नहीं आ रहा है।
पिछले 17 दिनों से अपनी बेटी की खोज खबर में पिता ब्रहमदेव प्रसाद अपनी बेटी के सभी ससुराली परिवारों के यहां पागलों की तरह खोज खबर में लगे हुए हैं। उनकी मदद को न गौरीचक थाना आगे आ रही है न आलमगंज थाना। वरीय पुलिस अधिकारियों के यहां गुहार का भी कोई असर नहीं दिख रहा है।
स्नेहा के पिता ने आशंका जाहिर की है कि पति और देवर ने मिलकर उसे गायब कर दिया गया है। स्नेहा अंतिम बार नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अपने पति के साथ देखी गई थी, जहां उसे इलाज के लिए ले जाया गया था। इसकी पुष्टि वहां के सीसीटीवी से भी हुई है। लेकिन उसके बाद स्नेहा अपने मायके पहुंची और न ससुराल की दहलीज।
थरथरी प्रखंड के मेहतरमा के ब्रह्मदेव प्रसाद की पुत्री की शादी दस साल पहले पटना के गौरीचक थाना के बराबा बेलदारी टोला के श्यामबली बिंद के बेटे मंजीत कुमार उर्फ मनोज के साथ हुई थी। ब्रह्मदेव प्रसाद ने अपने सामर्थ्य के अनुसार लगभग तीन लाख रुपए दहेज में दिए।
शादी के 6-7 साल वह ससुराल में रही लेकिन उसके बाद उसका दुर्भाग्य शुरू हो गया। स्नेहा के ससुराल वाले का रवैया बदल गया। उसे एक लाख रुपए के लिए आए दिन प्रताड़ित किया जाने लगा। दो बार उसे घर से भी निकाल दिया गया।
उसके बाद वह अपने मायके मेहतरमा आ गई। फिर पिता ने दोनों बार ससुराल में सुलह करवा कर बेटी को छोड़ आए। बाबजूद ससुराल वाले के रवैए में कोई परिवर्तन नहीं आया।
देवर चंदन कुमार ,पति मंजीत और सास परबा देवी तीनों आए दिन उसके साथ शैतानों जैसा व्यवहार करते। बाद में स्नेहा पति के साथ एक साल पहले हिलसा में किराए के मकान में रहने आ गई। लेकिन वहां भी पति का प्रताड़ना जारी रहा।
देवर और पति ने मिलकर उसके साथ मारपीट की और घर से निकाल दिया। काफी समझाने बुझाने पर देवर चंदन स्नेहा को लेकर गया। उसके कुछ दिन बाद फिर उसके साथ मारपीट हुई। पिता ब्रहम देव प्रसाद बेटी की ससुराल जाकर मामले को सुलझा दिया।
इसी बीच 18 जून को स्नेहा के देवर ने फोन कर बताया कि उनकी बेटी गायब है।वह एनएमसीएच गई थी जहां से गायब है। काफी खोजबीन के बाद भी बेटी का कोई पता नहीं चला तो वह गौरीचक थाना गये, लेकिन पुलिस ने उनकी मदद नहीं की। उन्हें टहला दिया।
ब्रह्मदेव प्रसाद को 22 जून को अपनी बेटी के बारे में कुछ जानकारी मिली तो वह एनएमसीएच पहुंचे। जहां सीसीटीवी में वह अपने पति और बेटी के साथ नजर आई। पति और बेटी तो हैं, लेकिन स्नेहा का पता आज तक नहीं चला।
पिता ब्रहम देव प्रसाद ने बताया कि उन्हें विश्वास है कि पति और देवर ने मिलकर मेरी बेटी को गायब कर दिया है। जिसमें उसकी सास भी सहयोगी है। जब वे गौरीचक थाना गये तो पुलिस ने उनके बेटे का मोबाइल रख लिया। चार घंटे थाना में बैठाकर रखा उसके बाद उल्टे उनसे सादे कागज पर हस्ताक्षर करवा के रख लिया।
गौरीचक थाना का कहना है कि लड़की एन-एमसीएच से गायब है तो मामला आलमगंज थाना क्षेत्र का है। जबकि आलमगंज थाना गौरीचक थाना क्षेत्र का मामला बताकर पल्ला झाड़ रहे हैं।
थक हारकर उन्होंने दो बार वरीय एसपी से मिले। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने डीजीपी, पुलिस महानिरीक्षक (केंद्रीय), पुलिस महानिरीक्षक (कमजोर वर्ग), महिला कोषांग को आवेदन देकर अपनी बेटी के खोज की गुहार लगाई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि देवर चंदन सपरिवार जान मारने की धमकी दे रहा है।