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    Thursday, May 2, 2024
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      सीएम हेमंत सोरेन की गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद झामुमो के बदले तेवर

      **  विपक्ष के साझा राष्ट्रपति चुनाव प्रत्याशी यशवंद सिन्हा के नामांकन में झामुमो के कोई सांसद और विधायक शामिल नहीं हुए **

      रांची (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क)। बीजेपी से राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू वहीं विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा ने नामांकन दाखिल कर दिया है। इसके बाद अब चुनाव को लिए राजनीतिक गलियों में शोर तेज हो गई है। उम्मीदवारों के नाम पर प्रस्ताव और समर्थन के लिए राजनीतिक दलों के नेता बढ-चढ़ कर सामने आ रहे है।

      इधर सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कल 27 जून को दिल्ली पहुंचकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। जहां सीएम ने केंद्रीय गृह मंत्री से सरना धर्मकोड समेत कई मुद्दे और राज्य की राजनीतिक परिस्थियों पर चर्चा की।

      इसके अलावे कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी से फोन पर बात की। जानकारी के मुताबिक, तबीयत खराब होने की वजह से सोनिया गांधी से सीएम हेमंत की मुलाकात नहीं हो सकीं।

      बता दें कि 18 जून को बीजेपी से राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू वहीं विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में यशवंत सिन्हा ने कल यानी 27 जून को नामांकन दाखिल किया।

      सिन्हा के नामांकन में झामुमो के कोई सांसद और विधायक शामिल नहीं हुए। दिल्ली आने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजधानी दिल्ली में राज्यसभा के प्रतिपक्ष नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से भी मुलाकात की। उनसे मिलकर सीएम हेमंत ने वर्तमान के राजनीतिक परिस्थिति पर चर्चा की।

      27 जून को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राज्यसभा प्रतिपक्ष नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सोमवार को ही रात के 10 बजे रांची वापस लौटे।

      इस दौरान सीएम ने कहा कि मंगलवार को वे झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन से मुलाकात करेंगे। जिसके बाद वे दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री और राज्यसभा के प्रतिपक्ष नेता से हुई बातचीत की जानकारी देंगे। इसके बाद राष्ट्रपति चुनाव 2022 में झामुमो किसे समर्थन देगा यह निर्णय खुद शिबू सोरेन लेंगे।

      बता दें, एनडीए ने झारखंड राज्य की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए अपनी ओर से उम्मीदवार बनाया है। कहा जा रहा है कि आदिवासी चेहरा होने की वजह से झारखंड मुक्ति मोर्चा का स्वाभाविक झुकाव द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में हो सकता है।

      जानकारी यह भी है झामुमो राष्ट्रपति चुनाव में सर्वसम्मति बनाने के पक्ष में है। हालांकि यह तो पार्टी के अध्यक्ष शिबू सोरेन के ऐलान के बाद ही पता चल पाएगा कि राष्ट्रपति चुनाव को लेकर झामुमो का समर्थन किसके पक्ष में है।

      इधर झामुमो के वरिष्ठ नेता सुप्रियो ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में अभी वक्त है। सीएम गृहमंत्री अमित शाह से मिलकर राज्य के कई मुद्दों पर बात की है।

      उन्होंने कहा कि राजनीतिक परिस्थियों को देखकर निर्णय लिया जाएगा, अभी परिस्थितियां बदलेंगी। जानकारी देने के लिए सही समय का इंतजार किया जा रहा है।

      वहीं विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा के नामांकन के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है

      उन्होंने कहा कि झामुमो वैचारिक रुप से एक नेचुरल साथी है। यशवंत सिन्हा सुयोग्य प्रत्याशी हैं। झारखंड से उनका गहरा रिश्ता रहा है और वे विपक्ष के साझा उम्मीदवार है। इसे लेकर बैठक भी हुई। जिसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा भी शामिल हुआ था।

       

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