रांची (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। झारखंड प्रदेश के हजारीबाग जिला के पुलिस अधीक्षक अरविंद सिंह ने मीडिया को बयान देते हुए कहा है कि बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई की तरफ से कल ही ये सूचना दी गई थी कि BPSC टीचर परीक्षा के सैकड़ों अभ्यर्थियों को हजारीबाग जिला के अलग-अलग इलाके में रखा गया है।
संदेह है कि इन अभ्यर्थियों को शिक्षक नियुक्ति परीक्षा से संबंधित प्रश्नपत्र पहले से उपलब्ध करा दिए गए थे और उन्हें हजारीबाग के दो होटलों में रुकवा कर प्रश्नों के उत्तर रटवाए गए थे।
ये सभी छात्र तीन-चार बसों में सवार होकर परीक्षा देने जा रहे थे, तब हजारीबाग के बरही में इन्हें रोक लिया गया। परीक्षा शुरू हो गई है, लेकिन ये छात्र सेंटर तक नहीं पहुंच पाए। पुलिस के कई अधिकारी इनसे पूछताछ कर रहे हैं। जल्द ही बिहार के भी कुछ पुलिस अधिकारियों के पहुंचने की सूचना मिल रही है।
बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा 15 मार्च को 2 पाली में आयोजित की जा रही है। यह बताया जा रहा है कि प्रश्न पत्र छात्रों को उपलब्ध कराने के बाद पिछले दो दिनों से पढ़ाया जा रहा था। शुक्रवार को छात्र अलग-अलग बस से परीक्षा स्थल के लिए रवाना हुए थे।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से किसी परीक्षार्थी के पास उनका मोबाइल नहीं है। इससे पहली नजर में यह माना जा रहा है कि इन्हें परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक कराने वाले किसी गैंग के जरिए ऑपरेट किया जा रहा था। इनके मोबाइल संभवतः गैंग ऑपरेटर्स द्वारा इसलिए जब्त किए गए हैं, ताकि वे प्रश्नपत्र दूसरों से शेयर न कर सकें। इनके पास से प्रश्नों के सेट भी बरामद किए गए हैं।
हजारीबाग जिला पुलिस के एक अफसर ने बताया कि छात्रों से पूछताछ की जा रही है। पूरा मामला प्रश्न पत्र लीक से जुड़ा हुआ है। यह जांच का विषय है कि जो प्रश्न पत्र छात्रों से बरामद किया गया है, वह प्रश्न क्या परीक्षा में आया है या नहीं। बिहार पुलिस की टीम पता लगा रही है।
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