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    Thursday, April 25, 2024
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      ट्रांसफर-पोस्टिंग में नहीं चला हरनौत विधायक का सिक्का 

      बिहार शरीफ (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बिहार में पदाधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग में सियासी हस्तक्षेप जगजाहिर है। सता से जुड़े माननीय अपने क्षेत्र में चहेते अफसरो की पोस्टिंग के लिए अनुशंसा करते रहे हैं।

      harnaut mla harinarayan singh co letter viral 1कभी उनकी दाल गल भी जाती है तो कभी उनकी अनुशंसा विभागीय टेबल पर पेपर वेट में दबी रह जाती है। इस तरह का खेल वर्षो से राजनीति में चल रहा है।

      राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से शनिवार को 255 राजस्व अधिकारी एंव अंचलाधिकारियों के तबादले किये गये।इस तबादले में माननीय विधायक-मंत्री अपने चहेते पदाधिकारी को अपने निर्वाचन क्षेत्र में लाने की अनुशंसा की थी।

      उनमें चंडी से छह बार और हरनौत से दो बार के वर्तमान विधायक और सरकारी उपक्रमों सबंधी समिति के सभापति हरिनारायण सिंह ने भी राजस्व एं भूमि सुधार मंत्री के पास हरनौत में लखीसराय के पिपरिया सीओ नीरज कुमार सिंह, चंडी के लिये चंडी के पूर्व सीओ राजीव रंजन तथा नगरनौसा के नये सीओ के रूप में हुलासगंज के सीओ अरूण कुमार की पदस्थापना की अनुशंसा की थी।

      लेकिन इस बार उनकी दाल नहीं गल सकी। हरनौत विधानसभा के तीन प्रखंडों में सिर्फ हरनौत की अनुशंसा मान्य हुई, जबकि चंडी में राजीव रंजन की पदस्थापना नहीं सकी।वही नगरनौसा सीओ का तबादला नहीं हुआ।

      जबकि विधायक ने हुलासगंज के सीओ अरूण कुमार की अनुशंसा की थी।इससे पहले चंडी प्रखंड में बीडीओ और सीओ की पदस्थापना उनकी ही अनुशंसा पर हुई थी।

      हरनौत के निवर्तमान सीओ अखिलेश चौधरी का तबादला सारण के परसा में हुआ है। उनकी जगह नीरज कुमार सिंह हरनौत के नये सीओ होगे। वहीं चंडी सीओ राजीव वर्मा की छुट्टी कर दी गई है। उनकी जगह सुश्री कुमारी आंचल को चंडी का प्रभारी सीओ बनाया गया है।

      सुश्री आंचल बांका के फुल्लीडूमर में राजस्व अधिकारी थी। वह चंडी की पहली महिला सीओ होगीं। इससे पहले सुश्री प्रिया कुमारी चंडी की पहली महिला बीडीओ थी।

      चंडी के पूर्व सीओ राजीव रंजन के एक बार फिर से चंडी आने की चर्चा थी। लेकिन उन्हें एक बार फिर से सीओ की कुर्सी नहीं मिल सकी।

      हालांकि, चुनावी वर्ष में अपने क्षेत्र में मनपसंद अफसरों को लाने की माननीय कोशिश की संभावना तब तक बनी रहेगी, जब तक आचार संहिता की घोषणा नहीं हो जाती है।

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