एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क। नालंदा जिला व सत्र न्यायाधीश श्याम किशोर झा ने बिहारशरीफ कारागार अधीक्षक मनोज कुमार को कड़ी फटकार लगाई और अगले निरीक्षण में व्याप्त समस्याएं बरकरार रहने की दशा में ठोस कार्रवाई किए जाने की चेतावनी दी, वहीं कारागार अधीक्षक व्यवस्था की पोल खुलने के बाद अंत तक अपना माथा पीटते नजर आए …
दरअसल, जिला व सत्र न्यायाधीश श्याम किशोर झा बीते कल गुरुवार को अचानक अन्य न्यायकर्ताओं एडीजे प्रथम आलोक राज, सीजेएम संतोष कुमार गुप्ता, न्यायधीश आदित्य पांडेय, किशोर न्याय परिषद के प्रदान दंडाधिकारी मानवेन्द्र मिश्रा के दीपनगर स्थित जिला कारागार पहुंच गए और वहां की हालत देख काफी खिन्न हुए।
उन्होंने देखा कि कारागार रसोईघर में वर्तनों पर मख्खियां भिन्नभिन्ना रही है। वहां साफ-सफाई नाम की कोई चीज देखने को नहीं मिली। हर तरफ दिख रहे जाले स्पष्ट कर रहे थे कि यहां साफ-सफाई लंबे अरसे से नहीं की गई है। उन्होंने रसोईघर व शौचालय को साफ रखने के निर्देश दिए।
कारागार के न्यायालय से बालिग साबित हो चुके चर्चित राजगीर दुष्कर्म के आरोपियों को तरुण वार्ड देख उन्हें तत्काल सामान्य वार्ड में शिफ्ट करने एवं दुष्कर्म के आरोपियों के साथ रह रहे किशोरों को पर्यवेक्षण गृह भेजने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। ताकि वे पढ़ाई-लिखाई या अन्य काम-काज करके सामान्य जीवन जीने की प्रेरणा ले सकें।
उन्होंने जेल में कैदियों से मिलने की ई मुलाकात की व्यवस्था को भी देखा। जिसके तहत लोग अपने संबंधी कैदी से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए घर बैठे मुलाकात और बात कर सकेंगे। जेल की अन्य कमियों को भी इंगित करते हुए उसे शीघ्र दुरुस्त करने का निर्देश दिया।