एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क डेस्क। उत्तर प्रदेश की भाजपा नीत योगी सरकार द्वारा जबरन रिटायर किए भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी अमिताभ ठाकुर के भाई अविनाश कुमार झारखंड कैडर के आईएएस हैं।
उन्होंने दिवंगत मां और जबरन रिटायर किए गए भाई की तस्वीर के साथ भावुक पोस्ट किया है। फेसबुक पर उकेरी गई उनकी कविता बड़ी मार्मिक है।
श्री कुमार झारखंड कैडर के वरीय अधिकारी हैं और वे फिलहाल ऊर्जा और समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव एवं ऊर्जा विकास निगम के अध्यक्ष हैं।
उन्होंने सधे अंदाज में बड़े भाई पर हुई कार्रवाई को लेकर अपने मन की पीड़ा साझा की है, जिसकी सर्वत्र चर्चा हो रही है।
श्री कुमार ने मन में चल रहे उथलपुथल को शहीद भगत सिंह की एक मशहूर पंक्ति के माध्यम से भी व्यक्त किया है- ‘मेरे जज्बात से इस कदर वाकिफ है कलम मेरी, मैं इश्क भी लिखना चाहूं, तो इंकलाब लिखा जाता है’।
बता दें कि आईएएस अविनाश कुमार की छवि एक संवेदनशील अधिकारी की रही है। कोरोना लाकडाउन के दौरान एक बार वे अप्रवासी श्रमिकों को उनके गांव तक पहुंचाने के लिए रांची के उपायुक्त के आवास पर पैदल पहुंच गए थे।
उनके प्रयास से तत्काल अप्रवासी श्रमिकों को भोजन कराया गया और जिला प्रशासन ने गांव तक पहुंचाने की व्यवस्था की।
अब उन्होंने कुछ माह पूर्व दिवंगत मां की तस्वीर के साथ अविनाश कुमार ने पुलिस अधिकारी की वर्दी में अपने भाई अमिताभ ठाकुर की तस्वीर इंटरनेट मीडिया में जारी करते हुए लिखा है….
ना मर्म ही करना
करना ही हो तो
मां तुम गर्व करना
वह वही है जिसको तुमने जन्म दिया
वह सही है जिसको तुमने वरण किया
वह निस्स्वार्थ है अभी भी
वह यथार्थ है आपका ही
गिरेगा नहीं मां वो
मरेगा नहीं वो
लड़ेगा ज़रूर मां वो
झुकेगा नहीं वो
शालीनता उसकी कमजोरी नहीं
मसखरापन उसका पागलपन नहीं
सादगी भी उसकी गरीबी नहीं
हंस कर सह लेना उनका बालपन नहीं
माँ, अगले जन्म में फिर अमिताभ पैदा करना
भगवान हर घर में ऐसा ताज पैदा करना
नभ में सितारों के बीच मां
अपने इस विलक्षण पुत्र पर नाज करना।