“कोरोनाबंदी में भी चकाई बीडी साहब की निजी एसयूवी कार में चार-पांच लोग सवार थे। दारोगा ने उन्हें कार को किनारे लगाने को कहा गया तो वे भड़क गए और कमर में टंगी पिस्टल दिखाते हुए औकात में रहने की हिदायत दी…
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। बिहार में लॉकडाउन का उल्लंघन करने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, लेकिन इन सबके बीच इस कानून की धज्जियां उड़ाने में सरकारी मुलाजिम और अधिकारी भी पीछे नहीं रह रहे।
ताजा मामला जमुई से जुड़ा है, जहां ड्यूटी में तैनात एक सब इंस्पेक्टर ने सोशल डिस्टेंसिंग) और कानून का पाठ पढ़ाया तो बीडीओ ने उसे पिस्टल दिखाते हुए औकात में रहने की नसीहत दे डाली।
यह मामला तब हुआ, जब चकाई बीडीओ ने अपनी एसयूवी कार को शहर के कचहरी चौक पर बीच सड़क पर लगा दिया था। तब ड्यूटी पर तैनात दरोगा ने कार को किनारे खड़ा करने को कहा।
इस बात की शिकायत ड्यूटी पर तैनात एसआई ने मौखिक रूप से जिले के पुलिस कप्तान से की है। वहीं मामला संज्ञान में आने के बाद जमुई के डीएम ने जांच की बात कही है।
सुबह की शिफ्ट में एसआई विंध्याचल सिंह अपने सहयोगी पुलिसबल के साथ तैनात थे कि इसी बीच चकाई बीडीओ सुनील चांद अपनी एसयूवी कार से वहां पहुंचे। और जब चकाई बीडीओ को जब इस एसआई ने कार को सड़क के किनारे लगाने को कहा तब वे भड़क गए।
बकौल एसआई विंध्याचल सिंह, कोरोनाबंदी में भी चकाई बीडीओ साहब की निजी एसयूवी कार में चार-पांच लोग सवार थे। जब मैंने उन्हें कार को किनारे लगाने को कहा गया तो वे भड़क गए और कमर में लगी पिस्टस को दिखाते हुए औकात में रहने और देख लेने की बात कहकर धमकाया।
एसआई विंधायचल सिंह के अनुसार बीडीओ साहब की कमर में उनका लाइसेंसी रिवाल्वर भी था। इस मामले में एसआई ने एसपी डा इनामुल हक मैग्नु से मिलकर मौखिक रूप से जानकारी दे दी है, लेकिन अभी कोई लिखित आवेदन नहीं दिया गया है।
उधर चकाई बीडीओ सुनील चांद का कहना है कि ड्यूटी पर तैनात एसआई जानबूझकर उन्हें टारगेट करते हैं और अक्सर उनकी कार को रोक कर टोकते हैं और कहते हैं कि लॉकडाउन में कार में तीन से चार लोग क्यों बैठे हैं।
बीडीओ के अनुसार उनके पास लाइसेंसी रिवाल्वर है। चकाई नक्सली इलाका है और वे वहां का प्रखंड विकास पदाधिकारी हैं, इसलिए उसे लेकर ही चलना पड़ता है।