एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। आज नालंदा जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्यामकिशोर झा के आंखो में उस समय आंसू छलक उठे, जब वे बिहार शरीफ व्यवहार न्यायालय के अन्य न्यायकर्ताओं के साथ बड़ी पहाड़ी पर जरुरतमंदों को अपने हाथों से खाना खिलाने पहुंचे…
जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्यामकिशोर झा के आंखों में नमी उस वक्त साफ देखे गए, जब उन्हें खाना परोसते वक्त असहायों में उत्पन्न भूख की बेचैनी का अहसास हुआ। उन्होंने अपनी नजरों से ही जरुरतमंदों को यह आश्वस्त करते दिखे कि अब उन्हें आगे भूख का अहसास नहीं होगा।
इस मौके पर एडीजे-1 आलोक राज ने गरीबों की भोजन कराने के लिए सहयोग राशि दी और आगे भी मदद करने की बात कही।
किशोर न्याय परिषद के प्रधान न्यायिक दंडाधिकारी सह न्यायकर्ता मानवेंद्र मिश्रा ने कहा कि गरीबो की सेवा ही सच्ची सेवा है और इस सेवा से बढ़कर कोई भी सेवा नहीं है। जिस प्रकार से इस आपदा की घड़ी में यह राहत कार्य चलाया गया है, उससे बड़ा महान कार्य दूसरा हो ही नहीं सकता।
जिला विधिक सेवा प्रधिकार के सचिव आदित्य पाण्डे ने लोगों से सोशल डिस्टेंस के जरिए सबको बचने-बचाने की अपील करते हुए कहा कि लोग खाना खाने के बाद कोरोना को हराने के लिए अपने घरों में चले जाएं और कोरोना को हराएं।
बता दें कि जिला जदयू मीडिया सेल अध्यक्ष रिशु कुमार एवं न्यूज़ चैनल जर्नलिस्ट अभिषेक कुमार समेत अन्य पत्रकारों-सामाजिक कार्यकर्ताओं के संयुक्त प्रयास से यह अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें जिले के पत्रकार चन्द्रमणि पाण्डे, सुजीत वर्मा, नीरज सिन्हा, सूरज कुमार, प्रणय राज, अमर वर्मा, सत्येंद्र वर्मा, रजनीश किरण, मानव प्रकाश सूरसेन, एसडीओ जनार्दन प्रसाद अग्रवाल, यातायात थानाध्यक्ष जयगोविंद यादव, दीपनगर थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार, राजेश प्रसाद, जितेन्द्र कुमार, बब्लू, पंकज, तरुण, अजय, नीरज, प्रमोद, करण, दीपू ने भी गरीबों को भोजन कराने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
यह सहायता अभियान के तहत बिहारशरीफ के बड़ी पहाड़ी, कारगिल चौक, कोसुक मांझी टोला के करीब एक हजार से अधिक जरुरतमंदों को प्रतिदिन भोजन कराया जा रहा है।