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    Sunday, December 22, 2024
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      AK-47 की तड़तड़ाहट से दहला सीवान, MLC प्रत्याशी के काफिला पर हमला, 1 की मौत, 2 गंभीर

      सिवान में शहाबुद्दीन की मौत के बाद से खान ब्रदर्स सबसे चर्चित अपराधी हैं। कुछ महीनों पहले ही 3 युवकों के अपहरण केस में इनका नाम आया था

      सीवान (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क)। बिहार का सिवान जिला एमएलसी चुनाव के बाद AK-47 की तड़तड़ाहट से दहल उठा है। महुअल गांव में देर रात एमएलसी चुनाव के निर्दलीय प्रत्याशी और खान ब्रदर्स के रईस खान के काफिले पर हमला किया गया। इसमें एक ग्रामीण की मौत हो गई है।

      रईस खान के दो समर्थक गोली लगने से घायल हैं। रईस खान का कहना है कि उनकी हत्या करने की साजिश रची गई थी। उनपर 150 राउंड से अधिक गोलियां चलाई गईं।

      एमएलसी चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी और खान गिरोह के रईस खान पर सोमवार की देर रात AK-47 से हमला हो गया।

      घटना सिवान-सिसवन मुख्य मार्ग पर महुअल गांव के पास की है। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि दो लोगों को गोली लगने की बात कही जा रही है। जिसका इलाज चल रहा है।

      एमएलसी प्रत्याशी रहे रईस खान चुनाव की समीक्षा के बाद देर रात काफिले के साथ शहर से अपने गांव ग्यासपुर लौट रहे थे।

      बताया जा रहा है कि इसी बीच महुअल गांव के पास हथियार से लैस अपराधियों ने रईस के काफिले पर AK-47 से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। करीब 150 राउंड गोली चलने की बात कही जा रही है।

      काफिले के सबसे आगे चल रही गाड़ी में रईस खान मौजूद थे। उन्होंने बताया कि रफ्तार तेज होने से उनकी गाड़ी निकल गई। लेकिन पीछे चल रही गाड़ी में बैठे तीन लोगों को गोली लग गई। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई है। घटना के बाद अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ रईस सदर अस्पताल पहुंचे।

      खान ब्रदर्स के छोटे खान के नाम से चर्चित रईस खान का आरोप है कि चुनाव के दौरान जिला प्रशासन से उन्हें सुरक्षा गार्ड नहीं मिला। उनका कहना है कि जिस तरह से उन पर गोलियां चली इससे स्पष्ट है कि किसी ने उनकी हत्या की पूरी साजिश रची थी। बहरहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

      सिवान में शहाबुद्दीन की मौत के बाद से खान ब्रदर्स सबसे चर्चित अपराधी हैं। कुछ महीनों पहले ही 3 युवकों के अपहरण केस में इनका नाम आया था। खान ब्रदर्स में से एक अयूब खान को एसटीएफ ने बिहार-बंगाल की सीमा पर पूर्णिया जिले से गिरफ्तार किया था।

      अयूब के पिता कमरूल रघुनाथपुर से चुनाव लड़ चुके हैं। 2005 में प्रत्याशी रहने के दौरान उनकी किडनैपिंग का आरोप शहाबुद्दीन गैंग पर लगा था।

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