” चंडी, माधोपुर तथा अरौत पंचायत के प्रभार में पंचायत सेवक कौशलेन्द्र कुमार पिछले 30 नवम्बर को सेवानिवृत्त हो गए। रिटायर्ड के बाद उनके स्थान पर आए पंचायत सेवक को अभी तक प्रभार नहीं मिला है। जिस कारण से कई महत्वपूर्ण कार्य ठंडे बस्ते में है।”
चंडी (संजीत कुमार)। नालंदा जिले के चंडी प्रखंड में पंचायत सेवक के फरार रहने से चंडी, माधोपुर और अरौत पंचायत में मुख्यमंत्री का ड्रीम योजना सात निश्चय का कार्य पूरी तरह से ठप्प हो गया है। कारण इन तीनों पंचायत के प्रभार में रहे पंचायत सेवक सेवानिवृत्त होने के पहले से ही गायब है।
लोग जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए रोजाना प्रखंड में दौड़ लगा रहे है। लेकिन पंचायत सेवक रिटायर्ड होने के बाद उसी स्थान पर दूसरा पंचायत सेवक को प्रभार अभी तक नहीं सौपने लोग निराश होकर लौट रहे है।
जबकि विभाग का साफ निर्देश है कि पंचायत सेवक अपने सेवानिवृत्त होने से पंद्रह दिन पहले अपना प्रभार दूसरे पंचायत सेवक को दे देंगे। लेकिन विभाग के आदेश की अवहेलना कर पंचायत सेवक अभी तक गायब है।
इस बाबत बीडीओ विशाल आनंद ने कहा कि रिटायर्ड होने के पन्द्रह दिन पहले पंचायत सेवक को दुसरे पंचायत सेवक को सौपने का आदेश दिया गया था। लेकिन अभी तक प्रभार नहीं सौपा गया हा। वरीय पदाधिकारी को इस वारे में लिखा गया है।