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रांची में जहरीली शराब पीने से 2 जैप जवान समेत अब तक 9 की मौत

राजधानी रांची में शराब तस्करों ने एक बोतल पर महज 20 रुपए के फायदे के लिए जहरीली शराब बेचकर अब तक 9 लोगों की जान ले ली है। इनमें से जैप के दो जवानों सहित छह लोगों की मंगलवार को मौत हुई और उसके बाद देर रात दो लोगों के मरने की सूचना  अन्य छह लोगों की हालत गंभीर बताई जाती है। जिनका शहर के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी है। इनमें जहरीली शराब से मौत की पुष्टि हुई है।  मृतकों के परिजनों ने इनके शराब पीने की बात कही है। इन सभी ने डोरंडा इलाके से शराब खरीदकर पी थी।

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डोरंडा थाने में गिरफ्तार जैप जवान गौतम थापा और किराना दुकानदार इंद्रभान थापा उमेश गुरुंग

जहरीली शराब के कारण अचानक हुई इतनी मौतों के बाद शहर में ताबड़तोड़ छापेमारी हुई। डोरंडा के नेपाली मोहल्ले से जैप हवलदार गौतम थापा और किराना दुकान चलाने वाले इंद्रभान थापा उमेश गुरुंग को नकली शराब (ऑफिसर्स च्वाइस) के साथ गिरफ्तार किया गया। 211 बोतल शराब गौतम थापा के घर से और 40 बोतल इंद्रभान गुरुंग के घर से मिली। इंद्रभान ने पुलिस को बताया कि ऑफिसर्स च्वाइस की बोतल 100 रुपए में खरीदकर 120 रुपए में बेचते हैं।

यह शराब नामकुम के शराब माफिया प्रह्लाद सिंघानिया की फैक्ट्री से बनाकर भेजी जाती है। इसे बनाने के लिए सस्ती देसी शराब और सिंथेटिक कलर का इस्तेमाल किया जाता है। अब पुलिस प्रह्लाद सिंघानिया की तलाश में छापेमारी कर रही है।

एसएसपी कुलदीप द्विवेदी के अनुसार इस मामले में अब तक 6 एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस एफएसएल जांच कराएगी। सीआईडी भी इसकी जांच करेगी। जांच के लिए डीएसपी कोतवाली, डीएसपी हटिया, अरगोड़ा, जगन्नाथपुर और डोरंडा थानेदार की टीम बनाई गई है। जो विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर रही है।

उधर एसएसपी की अनुशंसा पर डीआईजी अमोल वी होमकर ने डोरंडा थाना प्रभारी उदय प्रताप सिंह और नामकुम थाना प्रभारी राजेश रजक को सस्पेंड कर दिया है। उत्पाद विभाग ने भी अवर निरीक्षक राणा मोतीलाल सिंह को निलंबित कर दिया है। हटिया डीएसपी विकास कुमार पांडेय को भी हटा दिया गया है। उन्हें पुलिस मुख्यालय में योगदान देने को कहा है।

उत्पाद मद्य निषेध विभाग ने इस घटना के बाद अवर निरीक्षक राणा मोतीलाल सिंह को सस्पेंड कर खानापूर्ति कर दी है। जबकि उत्पाद विभाग को पहले से ही जानकारी थी कि पूरे डोरंडा क्षेत्र में कहां-कहां नकली शराब की बिक्री होती है।

अनुमान के मुताबिक इस इलाके में रोजाना करीब एक हजार लीटर नकली शराब की बिक्री हो रही थी। सबसे ज्यादा बिक्री नेपाल हाउस के पास लगने वाले चाउमिन के ठेले और दुकानों में होती थी। शाम चार बजते ही यहां लोगों का जमावड़ा लग जाता था। मुर्गा-मछली के बाद शराब भी उपलब्ध कराई जाती थी।

निलंबन आदेश में कहा गया है कि अवैध शराब पर नियंत्रण की जिम्मेदारी राणा मोतीलाल सिंह को सौंपी गई थी। लेकिन उन्होंने ठीक ढंग से जिम्मेदारी नहीं निभाई। यह उनकी लापरवाही दर्शाती है। इसलिए तत्काल निलंबित किया जाता है।

डोरंडा और सुखदेव नगर थाने में अलग-अलग छह एफआईआर दर्ज

शराब से  9 लोगों की मौत के मामले में 7 एफआईआर दर्ज की गई है। जैप जवान योगेश क्षेत्री और महादेव मुर्मू की मौत मामले में डोरंडा थाने में अस्वाभाविक मौत का केस दर्ज हुआ है।

वहीं डोरंडा के इस्लाम अंसारी मौत मामले में डोरंडा थाने में यूडी केस दर्ज हुआ। अमित तिवारी और सुधीर चौधरी की मौत के मामले में सुखदेव नगर थाने में आईपीसी की धारा 324, 326, 272, 290, 304 और 34 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।

डोरंडा थाना प्रभारी के बयान पर भी एक मामला दर्ज हुआ है। वहीं सुलो कुमार की मौत मामले में डोरंडा थाने में आईपीसी की धारा 304 के तहत केस दर्ज किया गया है।

ठेलों और दुकानों पर बिकती है नकली शराब

नेपाल हाउस क्षेत्र में 200 से ज्यादा चाउमिन के ठेलों और दुकानों में नकली शराब बेची जाती है। लेकिन पुलिस कुछ नहीं करती। सात लोगों की मौत के बाद डोरंडा पुलिस ने छापेमारी की तो तीन लोग शराब के साथ पकड़े गए। अधिकतर नकली शराब बेचने वाले ठेला और दुकान छोड़कर भाग गए।

वहीं उत्पाद विभाग की टीम ने कई क्षेत्रों में छापेमारी की है। ठेले और दुकानों की तलाशी ली। लेकिन कहीं भी नकली शराब नहीं मिली।

इधर, मृतक के परिजनों का कहना है कि डोरंडा थाने से महज 500 मीटर दूरी पर दुकानों और घरों में नकली शराब की बिक्री हो रही थी। पुलिस को जानकारी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी।

 

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