इलेक्ट्रिक स्कूटी की बैट्री ब्लास्ट में 2 की मौत, झोंपड़ियां जलकर राख
यह इलेक्ट्रिक स्कूटी हादसा न केवल एक परिवार के लिए त्रासदी बनकर आया, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है। इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती लोकप्रियता के बीच उनकी सुरक्षा और गुणवत्ता को लेकर और सख्त कदम उठाने की जरूरत है। ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों को रोका जा सके...

पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। गोपालगंज जिले के उचकागांव थाना क्षेत्र अंतर्गत गोपालगंज-मीरगंज एनएच-531 पर वृंदावन सदासी राय टोला गांव के समीप एक दर्दनाक इलेक्ट्रिक स्कूटी हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। एक चलती इलेक्ट्रिक स्कूटी की बैट्री में हुए भीषण विस्फोट ने न केवल दो जिंदगियों को लील लिया, बल्कि आसपास के क्षेत्र में भारी तबाही भी मचाई।
इस हादसे में स्कूटी पर सवार मिथुन सोनी (26 वर्ष) और उनकी डेढ़ वर्षीया भतीजी आरोही कुमारी की मौके पर ही मौत हो गई। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि स्कूटी पर रखे पटाखों के डिब्बे में भी आग लग गई, जिसके बाद एक के बाद एक पटाखे फटने लगे। इस आग की चपेट में आकर दो आवासीय झोंपड़ियां जलकर राख हो गईं।
खबरों के अनुसार मीरगंज थाना क्षेत्र के सब्जी मंडी निवासी लक्ष्मण सोनी के पुत्र मिथुन सोनी अपनी इलेक्ट्रिक स्कूटी से थावे बाजार की ओर जा रहे थे। वे अपने साथ पटाखों से भरा एक डिब्बा लेकर बाजार में सप्लाई के लिए निकले थे। उनकी डेढ़ साल की भतीजी आरोही भी उनके साथ थी। जैसे ही वे वृंदावन सदासी राय टोला गांव के पास पहुंचे कि अचानक स्कूटी की बैट्री में जोरदार विस्फोट हो गया।
इस ब्लास्ट के तुरंत बाद स्कूटी पर रखे पटाखों ने आग पकड़ ली, जिससे धमाकों का सिलसिला शुरू हो गया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि पास की दो आवासीय झोंपड़ियां भी इसकी चपेट में आ गईं और देखते ही देखते जलकर राख हो गईं। धमाकों की आवाज से आसपास के इलाके में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोग दहशत में इधर-उधर भागने लगे।
हादसे की खबर फैलते ही आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए। आग की चपेट में अपनी झोंपड़ियां खो चुके लोगों में भारी आक्रोश देखा गया। गुस्साए लोगों ने मुआवजे की मांग को लेकर गोपालगंज-मीरगंज एनएच-531 को डेढ़ घंटे तक जाम कर दिया। इस दौरान सड़क पर लंबा जाम लग गया और यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
स्थानीय लोगों की सूचना पर उचकागांव थाना पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। जबकि पुलिस ने आक्रोशित भीड़ को शांत कर सड़क जाम को खुलवाया। पुलिस ने मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
यह हादसा इलेक्ट्रिक स्कूटी की बैट्री की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि घटिया क्वालिटी की बैट्री या अनुचित रखरखाव के कारण इस तरह के विस्फोट हो सकते हैं। इसके अलावा स्कूटी पर पटाखों जैसे ज्वलनशील पदार्थों को ले जाना भी इस हादसे को और घातक बना गया।
उचकागांव थाना प्रभारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में बैट्री विस्फोट को हादसे का मुख्य कारण माना जा रहा है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि स्कूटी पर इतनी मात्रा में पटाखे ले जाने की अनुमति थी या नहीं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग करते समय सुरक्षा मानकों का पालन करें और ज्वलनशील पदार्थों को साथ में न ले जाएं।
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