पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बीपीएससी द्वारा आयोजित अध्यापक परीक्षा में शुक्रवार को किशनगंज और जहानाबाद से दो फर्जी अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया गया है।
किशनगंज शहर स्थित आर. के. साहा. महिला कॉलेज केंद्र पर दूसरे अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देने के आरोप में एक फर्जी अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया गया है। पकड़ा गया अभ्यर्थी आशीष आनंद मधेपुरा जिले के महेशवा का रहने वाला है। पकड़ा गया अभ्यर्थी निरंजन कुमार के बदले परीक्षा दे रहा था।
किशनगंज डीईओ सुभाष कुमार गुप्ता ने बताया कि उसे आर.के. साहा. महिला कॉलेज की केंद्राधीक्षक के द्वारा सूचना दी गई। इसके बाद डीईओ उक्त केंद्र पर पहुंचे। सूचना मिलने पर किशनगंज सदर थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे।
अभ्यर्थी की पहचान के लिए डीईओ के समक्ष बायोमेट्रिक से मिलान किया गया। जिसमें मिलान नहीं कर रहा था। इसके बाद उक्त अभ्यर्थी के फर्जी होने की आशंका हुई। इसके बाद 10 से 15 बार बायोमेट्रिक पद्दति से मिलान के बाद भी मिलान नहीं हो रहा था। इसके अलावे एडमिट कार्ड में भी पकड़े गए युवक आशीष आनंद का फोटो मैच नहीं कर रहा था।
इसके बाद आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस पकड़े गए युवक से पूछताछ कर रही है। किशनगंज एसडीपीओ गौतम कुमार ने बताया कि दूसरे अभ्यर्थी की जगह अध्यापक परीक्षा देने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए युवक से पूछताछ की जा रही है।
30 हजार रुपये लेकर एक युवक के बदले दे रहा था परीक्षा, गिरफ्तार
जहानाबाद जिला में बीएससी की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में गौतम बुद्ध इंटर स्कूल स्थित परीक्षा केंद्र से शुक्रवार को पहली पाली की परीक्षा में एक फर्जी परीक्षार्थी कुंदन कुमार को गिरफ्तार किया गया। पकड़ा गया युवक नालंदा जिला के नूरसराय थाना अंतर्गत बेलसर गांव का निवासी है।
वह समीर राज नामक एक परीक्षार्थी के बदले पैसे लेकर प्रथम पाली की परीक्षा देते रंगे हाथ पकड़ाया। उसे नगर थाने में लाया गया है। कानूनी कार्रवाई करते हुए उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा रही है।
पुलिस के अनुसार नालंदा के बेलसर गांव के ही निवासी शिक्षक अभ्यर्थी समीर राज का परीक्षा केंद्र जहानाबाद शहर के गौतम बुद्ध इंटर स्कूल में था। खबर के अनुसार चंदन कुमार नामक एक दलाल ने फर्जी परीक्षार्थी कुंदन कुमार को समीर के बदले परीक्षा देने के लिए राजी किया था। 30 हजार रुपये लेकर वह परीक्षा देने के लिए तैयार हुआ था।
पहले दिन 24 अगस्त को परीक्षा के दौरान उसे किसी ने नहीं पकड़ पाया और वह अपने मकसद में कामयाब होते हुए फर्जी तौर पर परीक्षा दे दिया था। दूसरे दिन शुक्रवार को भी वह परीक्षा देने के लिए कमरे में बैठा हुआ था।
प्रथम पाली की परीक्षा के दौरान वहां कार्यरत वीक्षक को संदेह हुआ और इसकी सूचना मजिस्ट्रेट को मिली। जब जांच की गई तो वह फर्जी पाया गया। सूचना पाकर नगर थाने के पुलिस अधिकारी भी वहां पहुंचे और गिरफ्तार कर थाना लाया। पैसे लेकर फर्जी तौर पर परीक्षा देने के मामले में परसा बाजार में भी वह पकड़ा गया था और वर्ष 2021 में जेल भेजा गया था।
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