नालंदा (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज). नालंदा जिले के सिलाव थानान्तर्गत नानंद गांव में पुलिस ने अवैध हथियार के कारोबार में संलिप्त दो लोगों को दबोचा है।
पुलिस द्वारा बिना हस्ताक्षर व पदनाम के जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार विगत 11 अक्टूबर की संध्या में गुप्त सूचना मिली कि सिलाव थाना के नानंद गांव निवासी सहदेव महतो के पुत्र मनोज कुमार द्वारा वृहद पैमाने पर हथियार एवं कारतूस की खरीद-बिक्री किया जा रहा है।
प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार सूचना का सत्यारन एवं आवश्यक कार्रवाई के तहत मनोज कुमार के घर पर रात्रि में छापामारी के दौरान उसके घर के अंदर कमरा में बेड पर से एक देशी पिस्टल लोडेड एवं एक अतिरिक्त मैग्जीन तथा केएफ 5.62 का 15 गोली तथा गोदरेज में रखा 315 बोर का 1 अतिरिक्त सहित 10 पैकेट में 100 गोली बरामद किया गया।
उसके बाद मनोज कुमार ने पुलिस कब्जे में पूछताछ के दौरान नवादा जिले के वारसलीगंज थाना के कुम्मी गांव निवासी अरविंद सिंह के पुत्र धीरज कुमार का नाम बताया, वर्तमान पता गिरियक थाना के पावापुरी गांव से पकड़ा गया। पुलिस गिरफ्त में दोनों बदमाशों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की।
पुलिस छापामारी दल में सिलाव थानाध्यक्ष राजेश कुमार चौधरी, पावापुरी ओपी प्रभारी शरद कुमार रंजन, जिला आसूचना ईकाई के पुअनि सियाराम, पुअनि अमरेश कुमार एवं सशस्त्र बल शामिल थे।
हालांकि ग्रामीणों, मीडिया व पुलिस सूत्रों से जो जानकारी मिली है, वे काफी चौंकाने वाले हैं। सूचना है कि छापामारी में और भी हथियार के साथ भारी मात्रा में शराब के साथ सात लाख रुपये की भी बरामदगी हुई थी, जिसे पुलिस ने छुपा लिया।
इसके पिछे सत्तादल से जुड़े एक बड़े सफेदपोश नेता का पुलिस पर दबाव बताया जाता है। जिसका दबोचे गये कारोबारी से काफी नजदीकी संबंध रहा है।
इस संबंध में जब एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क की ओर से हथियार-कारतूस के साथ नकद बड़ी रकम व शराब की बाबत सिलाव थानाध्यक्ष राजेश कुमार चौधरी से सबाल किया गया तो उन्होनें दो बार “इस मामले में कुछ नहीं बता सकता हूं” की रट लगाते हुए फोन काट दिया।