“वकील सहनी को रुपए लेकर निगरानी ने ओपी प्रभारी अमित वर्मा के घर भेजा। वहां पर जब अमित वर्मा सहनी से रुपए ल रहा था, तभी निगरानी की टीम पहुंची और रंगे हाथों उसे धर दबोचा। इसके बाद वो अपने साथ पूछताछ के लिए अमित को पटना लेकर गयी।”
खबर है कि भोपतपुर रहने वाले वकील सहनी निगरानी से शिकायत की थी कि मारपीट के एक मामले में एफआईआर दर्ज करने के लिए ओपी प्रभारी अमित वर्मा घूस के रुप में 10 हजार रुपए की मांग की है।
शिकायत मिलने के बाद निगरानी ने इसका सत्यापन कराया। मामला सत्य पाये जाने के बाद निगरानी टीम ने एक जाल बिछाया, जिसमें अमित वर्मा फंस गया।
वकील सहनी को रुपए लेकर निगरानी ने ओपी प्रभारी अमित वर्मा के घर भेजा। वहां पर जब अमित वर्मा सहनी से रुपए ल रहा था, तभी निगरानी की टीम पहुंची और रंगे हाथों उसे धर दबोचा। इसके बाद वो अपने साथ पूछताछ के लिए अमित को पटना लेकर गयी।
दरअसल, वकील सहनी का अपने पट्टीदारों के साथ मारपीट हुई थी। जिसमें वकील सहनी और उनके परिवार के लोग जख्मी हो गए थे। जिन्हे इलाज के लिए मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया था।
इस मारपीट के मामले का बयान एसकेएमसीएच में हीं हुआ था और वहीं से एफआईआर दर्ज करने के लिए भोपतपुर फर्द बयान आया था। जिस मामले में भोपतपुर प्रभारी रिश्वत की मांग कर रहा था।