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भीड़ तंत्र की क्रूरता जारीः बच्चा चोर के शक में युवक की जमकर पिटाई, बवाल, लाठी चार्ज

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जमशेदपुर से एक बड़ी खबर आ रही है, जहां आजाद नगर थाना क्षेत्र में  फिर भीड़ तंत्र ने बच्चा चोर के शक में एक युवक की जमकर पिटाई कर डाली है। वैसे पुलिस ने आरोपी युवक को सकुशल गिरफ्तार कर लिया है। वहीं देर रात तक पुलिस स्थिति को नियंत्रण में करने का प्रयास करती रही। जिले के तमाम आलाधिकारी आजादनगर में जमे रहे और शरारती तत्वों के खिलाफ देर रात तक छापेमारी में जुटे रहे…

एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क (वीरेन्द्र मंडल)।  झारखंड के सारायकेला- खरसावां जिले के धातकीडीह में चोरी के आरोप में मॉब लिंचिंग का शिकार तबरेज अंसारी का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा है कि पड़ोसी जिला जमशेदपुर के आजादनगर थाना क्षेत्र मे आशीष मुखी नामक युवक को बच्चा चोर के शक मे भीड़ ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।jamshedpur crime 1

यहां पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी युवक को हिरासत मे ले लिया। जिससे बड़ी घटना होते-होते बच गई। वही आक्रोशित लोगो ने आरोपी युवक पर कड़ी कारवाई की मांग करते हुए आजादनगर थाना परिसर में जमकर बवाल काटा। 

आक्रोशित लोगो ने पुलिस पर पत्थराव भी कर दिया। जिसके बाद हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने भी लाठी चार्ज कर दिया। इधर देखते ही देखते पूरा क्षेत्र छावनी में तब्दील हो गया।

सूचना मिलते ही घटना स्थल पर सिटी एसपी, डीएसपी समेत कई थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। पूरे इलाके मे भारी संख्या मे पुलिस बलों की तैनाती कर दी गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों के टाईगर मोबाईल के जवानों को बुलाया गया, जो देर रात तक शरारती तत्वों को तलाशती रही।

बताया जाता है कि आठ साल का युवक एमडी तौहीन अपने घर से कुछ काम से बाहर गया था। तभी जैसा कि आरोप लगाया जा रहा है कि युवक को जाकिर नगर के समीप आशीष मुखी नामक युवक बहला कर कहीं ले जा रहा था।

बच्चे के मामा ने उसे देख लिया और बच्चे का अपहरण करने की बात करते हुए आरोपी युवक को पकड़ लिया। और देखते ही देखते भीड़ इकट्ठी हो गई। वैसे सूचना मिलते ही फौरन पुलिस ने आरोपी युवक को अपने कब्जे में ले लिया और मामले की तफ्तीश में जुट गई।

वहीं मौजूद भीड़ द्वारा आरोपी युवक पर कार्रवाई की मांग को लेकर थाने पर जमकर बवाल काटा गया। जिसे पुलिस, शांति समिति के सदस्यों और बुद्धिजीवियों ने काफी मशक्कत के बाद शांत कराया।

फिलहाल पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है, और पूरे मामले की तफ्तीश कर रही है। पुलिस की सक्रियता से फिर से मॉब लिंचिंग जैसी घटना होने से बच गई।

लकिन बड़ा सवाल यह है कि सरकार और प्रशासन के लाख प्रयासों के बावजूद भीड़ तंत्र का ऐसा क्रूर चेहरा आखिर क्यों थमने का नाम नहीं ले रहा?  इसके पीछे आखिर कौन जिम्मेवार हैं!

एक ओर सरकार और प्रशासन मॉब लिंचिंग को लेकर जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक कर रही है, वहीं दूसरी तरफ भीड़ तंत्र अपना क्रूर करतूत बदस्तूर जारी रखकर आखिर क्या साबित करना चाहती है…

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