शेखपुरा (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बिहार सरकार के गृह विभाग ने पुलिस-प्रशासन के लोगों को शोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखने की सख्त हिदायत दी है। लेकिन जब उनके जिम्मेवार नुमाईंदे ही बेड़ा गर्क करने लगे तो विधि-व्यवस्था का आलम की सहज कल्पना की जा सकती है।
थाना प्रभारी के ऐसी भड़काऊ पोस्ट के बाद उस व्हाट्सएप्प ग्रुप में अनेक कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई। ग्रुप के एडमिन ने इस तरह के पोस्ट न डालने की हिदायत दी।
इस संबंध में जब एक्सपर्ट मीडिया न्यूज की ओर से थाना प्रभारी का ध्यान उनकी किसी समुदाय विशेष को लेकर भड़काऊ पोस्ट की ओर दिलाया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उन्होंने ऐसी पोस्ट डालकर कोई गलती नहीं की है।
थाना प्रभारी ने यह भी कहा कि दलित लोग जो कर रहा है, उससे भागेगा सब। फालतू के बंद करा रहा है। बिल्कुल गलत कर रहा है सब।
जब उनका ध्यान दिलाया गया कि थाना प्रभारी जैसे जिम्मेवार पद पर रह कर सरकारी नंबर से इस तरह के पोस्ट से साईबर एक्ट या अन्य कानून के दायरे में आ सकते हैं?
इस पर थाना प्रभारी ने साफ तौर पर कहा कि इससे उन्हें कोई दिक्कत नहीं है। अगर कोई दिक्कत होती तो वे थोड़े लिखते ये सब।
बाकी आप थाना प्रभारी के साथ एक्सपर्ट मीडिया न्यूज के प्रधान संपादक मुकेश भारतीय के साथ हुई बातचीत की इस असंपादित ऑडियो को सुनकर खुद समझिये कि ऐसे में कोई एक थाना प्रभारी से आम जनता के प्रति सामान्य व्यवहार की कल्पना कितनी की जा सकती है।