एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। जिस पुलिस-प्रशासन के कंधों पर समाज में अम-चैन कायम करने की जिम्मेवारी थी, उसकी भारी गलती और हिटलरशाही के विरोध में आज नालंदा जिले का सिलाव बाजार पूर्णतः बंद है।
बात इतनी आगे बढ़ गई कि पुलिस-प्रशासन और जुलूस में शामिल लोग सीधे भीड़ गये।
इस घटना से माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया। पत्थरबाजी, लाठीचार्ज के बीच आंसू गैस के गोले छोड़े गए।
खबर लिखने तक पुलिस-प्रशासन के विरोध में समूचा सिलाव बाजार बंद है। लोगों में प्रशासन को लेकर काफी आक्रोश देखा जा रहा है।
उनकी मांग है कि सरकार अविलंब उच्चस्तरीय जांच कराये और पुलिस-प्रशासन के दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे।
लोगों की यह भी शिकायत है कि प्रशासन अपनी गलती छुपाने के लिये निर्दोष लोगों के साथ दमन-उत्पीड़न की नीति अपना रही है और सिलाव में कायम गंगा-यमुनी तहजीब को नष्ट करने पर आमादा है।