“ पटना रेल एसपी अशोक कुमार सिंह ने सोशल व्हाटसएप्प ग्रुपों में चल रही इस सूचना का खंडन किया है कि हटाये गए थाना प्रभारी मो. अमीरउद्दीन खान की जगह प्रभाकर भारती नए थाना प्रभारी होगें और आज ही योगदान देगें…..”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। नालंदा जिला के राजगीर रेलवे स्टेशन के बाहरी परिसर में सिगरेट पीने पर 3 युवकों को हाजत में बंद कर लाठी डंडे से जमकर पिटाई कर के मामले में थाना प्रभारी मो. अमीरउद्दीन खान को पद से हटा दिया गया है।
रेल एसपी ने कहा कि अभी नये थाना प्रभारी का कोई निर्देश-आदेश जारी नहीं किये गये हैं। किन्हीं अन्य को भी जिम्मेवारी सौंपी जा सकती है।
बता दें कि विगत घटना 14 अक्टूबर की देर संध्या नालंदा जिला के राजगीर रेलवे स्टेशन के बाहरी परिसर में सिगरेट पीने पर जीआरपी थाना प्रभारी मो. अमीरउद्दीन खान ने पहले एक युवक को हाजत में बंद कर लाठी डंडे से जमकर पिटाई कर दी। इसकी जानकारी लेने गए उसके दो दोस्तों को भी हाजत में बंद कर जमकर पिटाई की गई।
अनुशासनात्मक नियमानुसार सार्वजनिक क्षेत्र में सिगरेट पीने पर 200 रू का फाइन किया जाता है। लेकिन थानेदार द्वारा छोड़ने की एवज में तीनों युवकों से 10-10 हजार रुपये की मांग की जा रही थी। तीनों छात्रों के पास 800 रू ही थी, जो वे देने को तैयार थे।
परन्तु प्रभारी 10 हजार से कम में मानने को तैयार नहीं हो रहे थे। अंत में बात रेलवे एसपी अशोक कुमार सिंह तक पहुंची तो उन्के हस्तक्षेप से 200 रू का फाइन कर छोड़ा गया।
उधर थानेदार ने तीनों युवकों से एक एक सादे कागज पर जबरन लिखवा लिया कि उसे पुलिस से कोई शिकवा शिकायत नहीं है। उसे पूछताछ के लिए थाना लाया गया था। वे सकुशल वापसी अपने घर जा रहे हैं।
ये तीनों छात्र पश्चिम चंपारण से राजगीर परिभ्रमण पर आये थे। उसे सिगरेट पीने की सजा हाजत में बंद कर पिटाई के रुप में मिली। नतीजतन वे कभी भी राजगीर परिभ्रमण न आने की कान पकड़ ली।
इस घटना के बाद पटना रेल एसपी अशोक कुमार सिंह ने अपने स्तर से जांच करवाई। जिसके आधार पर घटना को सही मानते हुये आरोपी राजगीर रेल थानेदार मो. अमीरउद्दीन खान को तत्काल हटा दिया है। अभी किसी को भी यह जिम्मेवारी नहीं सौंपी गई है। बेहतर थानेदार की तलाश की जा रही है।