बिहारशरीफ/एकंगरसराय (संवाददाता)। नालंदा के डीएम डॉ त्यागराजन एमएस ने जिले में चल रही पल्स पोलियो अभियान पर तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक रोक लगा दी है। उन्होंने यह निर्देश इस्लामपुर प्रखंड के कस्तूरी बिगहा गांव में एक नवजात( 12 दिन) की पल्स पोलियो की दो बूंद से कथित संदेहास्पद मौत के मद्देनजर जारी की है।
खबर है कि इसलामपुर के कस्तूरी विगहा गांव में बुधवार को एक नवजात की मौत हो गई। जिसके बाद परिजन ग्रामीणों के साथ जैतीपुर स्वास्थ्य उपकेंद्र का घेराव कर मुआवजा के मांग कर रहने लगे। परिजनों का आरोप था कि पोलियो रोधी खुराक पिलाने से उसकी नवजात मौत हुई है।
इस हंगामें को शांत करने के लिये मौके पर पहुंचे बीडीओ ने 20 हजार रुपये और पंचायत मुखिया ने पीडित परिजन को 15 सौ रुपया देकर सहायता प्रदान किया।
यही नहीं, मृत नवजात के पिता ने पिछले सात साल से पोलियो अभियान से जुड़े हेल्थ वॉलेंटियर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का एक आवेदन भी थाना में आवेदन भी दे दिया।
बहरहाल, इस्लामपुर पुलिस ने नवजात के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये बिहारशरीफ सदर अस्पताल भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सारी सच्चाई साफ हो पायेगी।
मृत नवजात के बारे में यह भी सूचना मिली है कि वह पहले से गंभीर रुप से बीमार था और उसका ईलाज परवलपुर बाजार स्थित एक चिकित्सक द्वारा चल रहा था। बीमारी की बात नवजात के परिजनों ने छुपाई है।
इस्लामपुर पीसीएच प्रभारी ने बताया कि पल्स पोलियो की दो बूंद में अब तक कहीं कोई गड़बड़ी या इस तरह के मामले देखने को नहीं मिले हैं। उस नवजात को भी पोलियो खुराख देने वाले वोलेटिंयर काफी अनुभवी हैं। वे पिछले सात सालों में 35 वीं राउंड की अपनी जिम्मेवारी निभा रहे थे। अगर कुछ गड़बड़ी या लावरवाही होती तो अन्य बच्चों पर भी उसके लक्षण देखे जाते, जिन्हें पोलियो की खुराक पहले दी गई।