“नर्स सरोज की हत्या के कारणों को लेकर शहर में तरह-तरह की चर्चा हो रही है। किन चर्चाओं में कितना दम है इसकी संपुष्टि तभी होगी जब पुलिस सारे तथ्यों को उजागर करेगी।”
हिलसा (धर्मेंद्र)। नालंदा जिले के हिलसा नगर के सैदनपुर मोड़ को निकट लूटेरों ने न केवल नर्स सरोज कुमारी की हत्या की बल्कि पांच लाख रुपये मूल्य की सम्पत्ति भी ले भागा। घर में रखा पचास हजार रुपये नगद भी लूटेरों के हाथ लग गये।
ऐसा ही कुछ दावा नर्स सरोज कुमारी की हत्या के संबंध में पुत्र विकेश कुमार द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में किया गया है। एफआईआर में किसी लूटेरे को नामजद अभियुक्त नहीं बनाया गया है।
एफआईआर के मुताबिक शेखपुरा जिला के बरबीघा स्थित मध्य बिहार ग्रामीण बैंक में सहायक प्रबंधक के पद कार्यरत विकेश को मां सरोज देवी की हत्या की जानकारी नाते-रिश्तेदारों द्वारा मोबाईल से मिली।
घर पहुंचने पर स्थिति को देखने से मिला कि लूटेरे निजी स्वार्थ में घटना को अंजाम दिया। मां सरोज कुमारी की हत्या के बाद घर में रखे नगद पचास हजार रुपये और मां तथा पत्नी का जेवर लूटेरे ले भागा। लूटेरे करीब पांच लाख रुपये मूल्य की सम्पत्ति ले भागा।
इधर एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की सूक्ष्मता से जांच शुरु कर दी। छानबीन का आधार उन सारे बिंदुओं को बनाया गया जिससे यह संपुष्ट हो सके कि किस निजी स्वार्थ को लेकर लूटेरों द्वारा घटना को अंजाम दिया गया।
पूछने पर थानाध्यक्ष रत्न किशोर झा ने बताया कि अनुसंधान प्रभावित नहीं, हो इस कारण कुछ भी चर्चा करना उचित प्रतीत नहीं होता है। साथ ही उन्होंने दावा कि जल्द ही घटना में शामिल अपराधियों का चेहरा बेनकाब हो जाएगा।