इस संबंध में बताया जाता है कि 29 मई को माओवादियों द्वारा झारखंड बंद की घोषणा की गई थी। जिसके मध्य नज़र स्थानीय प्रशासन सहित रेल विभाग भी संभावित घटना को लेकर मुस्तैद थी।
वहीं माओवादियों ने मध्यरात्रि को उक्त पोल संख्या के के बीच डाउन रेल पटरी को उड़ा दिया। विस्फोट की आवाज़ सुनते ही ड्यूटी पर तैनात रेलवे कर्मचारी पटरी की जांच करने लगे । इस दौरान लगभग 5 फीट डाउन पटरी उड़ा हुआ था।
सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारियों द्वारा रेल परिचालन रोक दिया गया।वहीं जिला पुलिस अधीक्षक अखिलेश बी वेरियार एस डी पी ओ दीपक कुमार शर्मा, आर पी एफ़ निरीक्षक प्रभारी चंद्र भूषण दुबे, बगोदर तथा सरिया के थाना प्रभारी सहित कई पदाधिकारी पहुंचे।व स्थिति का मुआयना किया।
घटना को देखते हुए आनन- फानन में रेलवे कर्मचारी घटना स्थल पर पहुंचे व युद्धस्तर पर रेलवे पटरी जोड़ने के कार्य मे लग गए लगभग 8:12 में रेलवे ट्रैक को दरुस्त कर ट्रायल में इंजन चलाया गया ।
इस संबंध में आरक्षी अधीक्षक गिरिडीह अखिलेश बी वेरियार ने पत्रकारों को बताया कि नक्सलियों द्वारा कर्माबाद चिचाकी स्टेशन के बीच डाउन रेल पटरी को विस्फोट कर उड़ाया गया, जिससे रेल परिचालन बाधित हुआ जिससे 12312 डाउन,18624 अप, 13009 अप तथा राजधानी सहित दर्जनों एक्सप्रेस ट्रेनें बाधित रहीं।
बताया जाता है कि कर्माबाद में माओवादियों द्वारा रेलवे ट्रैक उड़ाने की यह आठवीं घटना है। इसके पूर्व 6 मई 05,1 जून 06 तथा अकटुबर 06 चौधरीबांध व चेगरो के बीच माओवादियों ने रेल पटरी उड़ाई थी।
जबकि सितंबर 07 में चेगरो वे पारसनाथ के बीच अप्रैल 08 में चौधरीबान्ध वे चेगरो के बीच तथा फरवरी व सितंबर 10 को कर्माबाद चौधरीबान्ध के बीच रेल पटरी उड़ाया गया था। इसे सौभाग्य समझा जाए कि कोई जानमाल की हानि नहीं हुई। वहीं घटना के बाद रेलवे कर्मचारियों के सहयोग से ट्रैक को दुरुस्त किया जा रहा है।