सीएम ने कहा है की तोपचांची मामले में सीआईडी जांच करेगी। एसपी स्तर के पदाधिकारी जांच करेंगे और 3 माह में रिपोर्ट देंगे।
बताते चलें कि 18 जून को तोपचांची थाना प्रभारी इंस्पेक्टर उमेश कच्छप थाना परिसर के एक कक्ष में फंदे पर लटके मिले थे।
पुलिस ने इसे आत्महत्या बताया। वहीं, उनके परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है। कच्छप ने 12 जून को ही तोपचांची थाने की कमान संभाली थी।
कच्छप 1994 में अवर निरीक्षक के पद पर नियुक्त हुए थे। रांची के कांके थाना क्षेत्र स्थित नगरी गांव में उनका घर है।
राजगंज में ट्रक ड्राइवर को गोली मारने में शामिल नहीं थे कच्छप, मगर अफसरों ने उनका भी नाम ले लिया था
मामले को राजगंज गोलीकांड से जोड़ कर देखा जा रहा है। 14 जून को हरिहरपुर थाना प्रभारी संतोष रजक ने चमड़ा लदे ट्रक के चालक को राजगंज में गोली मार दी थी।
तोपचांची थाना में एफआईआर दर्ज की गई और कच्छप को जांच अधिकारी बनाया गया। मामला तूल पकड़ने के बाद एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने टीम में शामिल सभी अपसरों को शो-कॉज किया था।
इनमें बाघमारा डीएसपी मंजरूल होदा व इंस्पेक्टर उमेश कच्छप भी थे। फिर कच्छप से केस वापस लेकर जांच का जिम्मा बरवाअड्डा थानेदार को सौंप दिया।
कच्छप ने परिजनों को फोन कर कहा था कि फायरिंग में वे शामिल नहीं थे, फिर भी टीम में उनका नाम जोड़ दिया गया।