बीडीओ रामजी पासवान ने बताया कि गाँव में किसी के यहाँ श्राद्ध का कार्यक्रम था। दुधमुंही की रस्म को लेकर परिवार के लोग अपने घर के गली के पास खराब पड़े चापाकल चापाकल बना रहे थे। इसी दौरान 440 वोल्ट की विधुत प्रवाहित तार टूटकर गिर पड़ा। चापाकल बना रहे गुड्डू प्रसाद, रोहित कुमार, नीतिश कुमार टूटे तार से संभलते तब तक करंट की चपेट में आ गये।
उसी क्रम में अपने चाचा के श्राद्ध में आयी फूलो देवी अपने परिजनों को बचाने के लिए दौड़ पड़ी । उसने करंट प्रवाहित बिजली तार को नंगे हाथ पकड़ कर हटाने का प्रयास की। परिवार के सभी चारों सदस्य सिर्फ़ झुलस कर रह गए, लेकिन फूला देवी खुद की जान गंवा बैठी। मृतक 22 वर्षीय फुला देवी का ससुराल नूरसराय थाना क्षेत्र के ईशापुर गाँव बताया जाता है। मृतका की दो वर्ष पहले ही दिलीप कुमार यादव से शादी हुई थी।
इस घटना से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। सभी घायलों का इलाज प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में किया गया। वही एक घायल की गंभीर स्थिति को देखते हुए बिहारशरीफ सदर अस्पताल रेफर कर दिया।
बीडीओ रामजी पासवान ने कहा कि इसकी सूचना बिजली विभाग के एसडीओ को दे दिया गया है। वहीं मुख्यमंत्री मजदूर शताब्दी योजना के तहत मृतक के परिवार को लाभ दिया जाएगा।
इधर ग्रामीणों ने कहा कि विधुत विभाग के पदाधिकारी से कई बार खुला तार को बदलकर कवर वाला तार लगाने के लिये गुहार लगाकर थक गए । लेकिन आज तक खुला तार नही बदला जा सका अगर आज तार बदला जाता तो आज यह घटना नही घटती ।
वही थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार ने मौके पर घटना स्थल पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बिहारशरीफ भेज दिया।
करंट लगने से नियोजित शिक्षक की मौत
बताया जाता है कि घटना जिले के हरनौत के बस्ती का हैं, जहाँ करंट की चपेट में आने से शिक्षक सुनील कुमार की मौत हो गई मृतक शिक्षक मध्य विद्यालय बस्ती में शिक्षक था।