बिहार के गया जिले में बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई हुई है. गया के एसएसपी राजीव मिश्रा ने शराब माफियाओं से रिश्वत के पैसे लेते हुए एक थानेदार को रंगे हाथों पकड़ा है. पकड़े गए थानेदार चाकन्द के थाना प्रभारी पवन कुमार हैं.
गिरफ्तारी के साथ ही उनके पास से एसएसपी ने 1 लाख 16 हजार रुपये नकद भी बरामद किया है. इस मामले में सर्किल इंस्पेक्टर के बयान पर चाकंद थाने में एफआईआर दर्ज की गई है.
बरामद रूपये शराब धंधेबाजों को छोड़ने के लिए दी गई डेढ़ लाख की रकम में से बताये जा रहे हैं.
एसएसपी ने बताया कि शुक्रवार की देर रात चाकंद थानाध्यक्ष पवन कुमार ने गन्नु बिगहा में छापेमारी कर शराब बरामद की थी.
थानाध्यक्ष ने शराब के साथ चार धंधेबाजों को पकड़कर थाना लाया था. थाना से धंधेबाजों को छोड़ने के लिए तीन लाख रुपये में सौदा तय होने के बाद धंधेबाजों को छोड़ दिया गया.
उन्होंने बताया कि इस पूरे प्रकरण की सूचना मिलने पर शनिवार को कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष को घूस के 1.16 लाख रुपये के साथ पकड़ा गया.
एसएसपी को इस डीलिंग की गुप्त सूचना मिल गई थी. उन्होंने एएसपी संजय भारती एवं डीएसपी संजीव प्रभार के साथ थानाध्यक्ष के सरकारी आवास की छानबीन की.
वहां से 1.16 लाख रुपये बरामद होने के बाद एसएसपी ने तत्काल थाना प्रभारी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस अब इस मामले में लिप्त एक स्थानीय जनप्रतिनिधि के बारे में भी जानकारी ले रही है.
उक्त जनप्रतिनिधि पर शराब तस्करों को छोडऩे की पैरवी करने का आरोप है. एसएसपी राजीव मिश्रा के अनुसार मामले में कुछ और लोग गिरफ्तार किए जा सकते हैं.
पहले भी आये हैं ऐसे मामले: ये अपनी तरह का पहला मामला भी नहीं है. इससे पहले 28 मार्च 2017 को पटना के गौरीचक थाने के मुंशी पंकज सिंह का शराबी को छोड़ने के एवज में घूस लेते वीडियो वायरल हुआ था.
बाद में एसएसपी मनु महाराज ने उसे सस्पेंड कर दिया था. एक और मामले में बीते साल ही सीवान जिले के दारौंदा थाना के एएसआइ अमित कुमार को एसपी सौरव कुमार शाह ने निलंबित किया था.
उन पर शराब बरामदगी के दौरान गिरफ्तार आरोपी को बगैर किसी वरीय पदाधिकारी के सलाह के छोड़ दिए जाने का आरोप लगा था