“सप्ताह में सिर्फ तीन व्यक्तियों से मिल सकते हैं राजद सुप्रीमो, जेल के अंदर से ही की कार्यकर्ताओं से धैर्य रखने की अपील, जेल प्रशासन की इस दोहरे रैवैये से रांची बिरसा मुंडा कारागार कर्मी भी नाखुश, राज्य सरकार के इशारे पर हो रहा है यह सब ।”
रांची (विनायक विजेता / मनीष भूषण)। चारा घोटाले के आरोप में रांची केन्द्रीय कारागार में बंद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को जहां जेल के अंदर मुश्किलों का सामना करना पड रहा है वहीं, अपने चचेरे भाई सहित चार लोगों की हत्या के आरोप में इसी जेल में कैद झरिया के भाजपा विधायक संजीव सिंह का प्रतिदिन जेल के अंदर ही दरबार सजता है।
राजद सुप्रीमो को जहां सप्ताह में सिर्फ तीन लोगों से मिलने की इजाजत दी गई है वहीं संजीव सिंह के लिए न तो कोई समय निर्धारित है और न ही उनसे मुलाकात करने आने वालों की संख्या का हिसाब।
रांची के होटवार जेल में कार्यरत एक आरक्षी ने अपना नाम ने देने की शर्त पर ‘खबर मंथन’ को बताया कि धनबाद में कांग्रेस के बाहुबली नेता व अपने चचेरे भाई नीरज सिंह सहित चार लोगों की बीते मार्च महीने में हत्या करवाने के आरोप में जेल में बंद झरिया के विधायक संजीव सिंह का जेल अधीक्षक कार्यालय में ही प्रतिदिन दरबार सजता है।
संजीव सिंह जेल अधीक्षक के चैंबर में उन्हीं की कुर्सी पर बैठते हैं और उनसे मुलाकात करने वाले भी सीधे जेल के अंदर उसी चैंबर में जाते है और घंटो उनका दरबार लगता है।
इस दौरान जेल अधीक्षक जेलर के कार्यालय कक्ष में बैठकर अपना काम करते हैं। जेल के इस आरक्षी के अनुसार जब से संजीव सिंह इस जेल में हैं पूरे जेल में उन्हीं की तूती बोलती है।
बताया जाता है कि संजीव सिंह के लिए न तो कोई जेल मैनुवल है न ही कोई नियम कानून। बैरक बंद होने के बावजूद वो अधीक्षक कार्यालय में ही बैठ अपने समर्थको के साथ दरबार लगाते हैं। उनके लिए एक कक्षपाल की विशेष रुप से नियुक्त रखा गया है जो उनकी चाहतों को पूरा करता है।
इधर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, पूर्व सांसद जगदीश शर्मा सहित कुछ अन्य राजनेता जो अभी होटवार जेल में बंद हैं के लिए जेल प्रशासन का रुख काफी नकारात्मक है। लालू प्रसाद को तो जेल प्रशासन ने सप्ताह में महज तीन लोगों से ही मुलाकात करने का निर्देश जारी कर दिया है।
रांची स्थित बिरसा मुंडा कारागार में कार्यरत कई कर्मी भी जेल प्रशासन की इस दोहरे रैवैये से नाखुश दिखे। ऐसे कर्मियों का यह मानना है कि यह सब राज्य सरकार के इशारे पर हो रहा है।
जेल में बंद संजीव सिंह के लिए जेल के अंदर मनचाहे खाना बनवाने और बाहर से खाना मंगवाने की सहुलियत है, वहीं चारा घोटाले में जेल गए नेताओं को जेल में ही बने खाना खाने की बाध्यता सौंप दी गई है।
मंगलवार को भी सुबह 7 बजे से ही लालू प्रसाद और जगदीश शर्मा समर्थकों का उनसे मुलाकात करने के लिए जेल के बाहर जमावडा लगा रहा, पर सभी लोगों को मायूसी ही हाथ लगी।
सोमवार को राजद सुप्रीमो से जेल में लिने गईं झारखंड की पूर्व मंत्री व प्रदेश राजद अध्यक्ष अन्नपपूर्णा देवी, विधायक भोला यादव, पूर्व मंत्री अवध बिहारी चौधरी एवं एमएलसी रणविजय सिंह से लालू प्रसाद ने कहा कि ‘वे सभी कार्यकर्ताओं और समर्थको से धैर्य और संयम बरतने को कहें। उन्हें माननीय न्यायालय पर पूरा भरोसा है।’ उन्हें आज न कल न्याय जरुर मिलेगा।
बीते 22 दिसम्बर को अपने पिता के साथ रांची आए पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सोमवार को ही पटना रवाना हो गए, जबकि लालू प्रसाद के सबसे करीबी बहादुरगंज के विधायक और लालू के हनुमान माने जाने वाले भोला यादव रांची में लगातार कैंप कर रहे हैं।