एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। नालंदा में अनुमंडल कायालय राजगार है या अनुमंडल कार्यालय राजगीर। इसका बेहतर जबाव वहां के एसडीओ ही दे सकते हैं। तोरणद्वार पर अनुमंडल कायालय राजगार लिखा है तो उसके नीचे सड़क किनारे लगे बोर्ड में अनुमंडल कार्यालय राजगीर अंकित है।
हालांकि यह एक छोटा मसला है। लेकिन इस छोटे मसले में बड़ा संदेश छुपा है और वह है लंबे समय से अनुमंडल मुख्यालय के रहनुमाओं की इस मामले में उदासीनता।
सबसे बड़ी बात कि कार्यालय व उसके भवन के रख-रखाब के नाम पर हर साल लाखों वारा-न्यारा होता रहा है।
कायालय का अर्थ शरीर का मंदिर होता है। काया का मतलब शरीर और आलय का मतलब मंदिर।
यहां अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर नाम भी शुद्ध रूप से नहीं है।
बुद्ध और महावीर की नगरी राजगीर यहां राजगार के रुप में परिलक्षित है।
जिसका आशय होता है केवल राजाओं का अड्डा।
सबाल उठता है कि क्या राजगीर मुख्यालय की कुर्सी पर विराजे लोगों की नजर उपर नहीं उठती या फिर वैसे ‘बड़े-बड़े’ दफ्तरों में इस तरह की छोटी-छोटी गलतियां कोई मायने ही नहीं रखती।