“पूर्व विधायक पप्पू खान ने तमाम मस्जिदों के कमेटी से अपील किया है कि ऐसे विवादित मामलों में पूरी जांच के बाद ही वह कोई फैसला ले और ऐलान करें ताकि शहर का अमन भंग ना हो सके।”
बिहारशरीफ ( विशेष संवाददाता)। पूर्व विधायक पप्पू खान इन दिनों गगन दीवान आमन मार्च कांड के बाद सुर्खियों में आ गए हैं। उन्होंने अंजुमन मिफिदुल इस्लाम के बैनर तले छोटी शेखाना में अल्पसंख्यकों की एक बैठक बुलाकर इस कांड के वैसे नामजद अभियुक्तों के केस अपने खर्चे पर लड़ने का ऐलान किया जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं।
उन्होंने इस केस को लड़ने के लिए बजावता एस एम आलम अधिवक्ता को नियुक्त कर दिया है । साथ ही उन्होंने कहा कि इस कांड के जो भी गरीब लोग जेल में बंद है उनके जमानत का भी वे खर्चा उठाएंगे।
उन्होंने कहा कि तथाकथित इंसाफ पार्टी द्वारा अमर मार्च के माध्यम से जुलूस निकाला जा रहा था, उस मंच के संयोजक मनमोहन प्रसाद और सरफराज अहमद ने किया। जिला प्रशासन की अनुमति के बगैर हर मस्जिद में पर्चे बांटे गए और कुछ मस्जिदों के इमाम के द्वारा नमाज़ी ऐलान भी करवाए गए। जुलूस में शामिल होने के लिए मासूम जनता को गुमराह किया गया और उसे सोगरा कॉलेज के पास बुलाकर बगैर अनुमति के जुलूस निकालने की कोशिश की गई ।
इसी दौरान प्रशासन और जुलूस में शामिल लोगों के बीच झड़प हुई रोड़ेबाजी हुई और लाठीचार्ज हुए कई बेकसूर लोग भी पीटे गए और जेल भेजे गए।
उन्होंने कहा कि इस कांड में कई पुलिसकर्मी जख्मी भी हो गए थे। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जो भी बेकसूर लोग होंगे उनका नाम अनुसंधान के दौरान एसपी से हटाने की गुजारिश करेंगे।
उन्होंने कहा कि मि मिफिदुल इस्लाम मुसलमानों की एक बड़ी संस्था है, जो 1978 में वजूद में आया और इस संगठन के द्वारा बहुत सारे सामाजिक काम किए गए यह संस्था समाज और प्रशासन के बीच हमेशा कड़ी का काम करता रहा है। हाल के दिनों में अंजुमन मृतप्राय हो गया था इस संस्था के अधिकतर लोग गुजर चुके हैं या बूढ़े हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि संस्था को पुनर्जीवित करने के लिए बिहार शरीफ के सभी वार्डों से 10-10 लोगों को सदस्य बनाया जाएगा और सभी सदस्य मिलकर हर महीने मीटिंग करेंगे। साथ ही इस संगठन के अध्यक्ष सचिव और सभी पदों का चुनाव कराया जाएगा ताकि संगठन को मजबूत बनाया जा सके। और यह संस्था सरकार प्रसाशन के बीच शहर के विवादित मसलो पर कड़ी का काम करे, जिससे बिहार शरीफ का अमन हमेशा बहाल रहे।