“हालांकि पिछले 14 वर्षों से चली आ रही यह प्रक्रिया रस्म अदायगी भर बन कर रह गयी है। सरकारी मंत्रालयों में भ्रष्टाचार की हालत जगजाहिर है। लेकिन आज तक सरकार ने किसी मंत्री या अधिकारी के संपत्ति के हिसाब-किताब में कोई गड़बड़ी नहीं पकड़ी है…”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। सूबे में बढ रही सियासी सरगर्मी के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी मंत्रियों से अपनी संपत्ति का ब्योरा देने को कहा है।
नीतीश ने डिप्टी सीएम सुशील मोदी समेत सभी मंत्रियों को फरमान जारी किया है। उनसे 31 दिसंबर तक अपने पूरे परिवार की संपत्ति का हिसाब किताब सरकार के पास जमा कर देने को कहा है।
सरकार के मंत्रियों के घर नीतीश की चिट्ठी पहुंचनी शुरू हो गयी है। सूबे में नीतीश के अलावा डिप्टी सीएम समेत 26 मंत्री हैं। सारे मंत्रियों को खुद के साथ साथ अपने आश्रितों की भी संपत्ति का पूरा ब्योरा देना है।
नीतीश ने 31 दिसंबर से पहले सभी मंत्रियों को ये ब्योरा सरकार को दे देने को कहा है। नीतीश कुमार खुद भी अपनी संपत्ति का हिसाब किताब देंगे। मुख्यमंत्री समेत सारे मंत्रियों के संपत्ति के ब्योरे को 31 दिसंबर के बाद सरकार सार्वजनिक करेगी।
दरअसल 2005 में ही बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद नीतीश कुमार ने हर साल मंत्रियों की संपत्ति सार्वजनिक करने का फैसला लिया था।
इसके तहत सारे मंत्रियों को 31 दिसंबर से पहले अपनी जमीन-जायदाद से लेकर गहने-जेवरात, नगद पैसे, वाहन समेत तमाम संपत्ति का हिसाब किताब कैबिनेट विभाग को देना होता है।
31 दिसंबर की शाम कैबिनेट विभाग उसे वेबसाइट पर सार्वजनिक कर देता है। सरकार अपने अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों की भी उनकी संपत्ति का हिसाब-किताब मांगती है।