बताते चलें कि छोटी बड़ी दुकानें, पेट्रोल पंप संचालक,ऑटो ड्राइवर कोई भी सिक्के लेने को तैयार नहीं दुकानदार से बड़े व्यापारी नही ले रहे। बड़े व्यापारी से बैंक नही ले रहे। पेट्रोल पंप संचालकों तथा व्यपारियों का कहना कि जब बैंक ही सिक्के नही ले रहे तो हम लोग सिक्के लेकर अचार ड़ालें । पेट्रोल पंप पर तो नोटिस बोर्ड बना कर लिखा गया है कि सिक्का नही लिया जाएगा।
जिम्मेवार अफसर कहते हैं कि जब तक रिजर्व बैंक इसकी घोषणा नहीं करती, तब तक सिक्के न लेना भारतीय मुद्रा का अपमान समझा जाएगा। अगर कोई भी व्यक्ति इसकी लिखित शिकायत स्थानीय थाना में करता है तो, सिक्के न लेने वाले कि खिलाफ तुरंत कठोर कार्यवाही की जाएगी।
आज का आलम यह है कि एक रुपए के छोटे सिक्के का दर्शन प्रखंड क्षेत्र में दुर्लभ है। जिम्मेवार अफसरों द्वारा कही गई बातें आज मिथ्या साबित हो रही है।