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संदिग्ध नईम की छानबीन को लेकर 3री बार गोपालगंज पहुंची एनआईए की टीम

एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। देश की शीर्ष जांच एजेंसी एनआईए की टीम गुरुवार को एक बार फिर  बिहार के गोपालगंज पहुंची है। एनआई ए की टीम बीते 28 नवम्बर को वाराणसी से गिरफ्तार संदिग्ध आतंकवादी नईम उर्फ सोहेल खान के बारे में छानबीन कर रही है।

गौरतलब है कि नईम उर्फ सोहैल दो सालों तक गोपालगंज में छुपकर रहा था। इस दौरान वह गोपालगंज में लश्कर के स्लीपर सेल के तौर पर युवाओं को प्रेरित करता रहा।

एनआईए की टीम ने गोपालगंज नगर थाना के सरेया वार्ड नम्बर-1 से संदिग्ध लश्कर एजेंट धनु राजा उर्फ केदार प्रसाद उर्फ़ बेदार बख्त को भी गिरफ्तार किया था।

गिरफ्तार धनु राजा पर आरोप है कि वह लश्कर एजेंट अब्दुल नईम शेख के लिए काम करता था।धनु राजा एनएसयूआई का जिला सचिव भी था।

dhanuपुलिस सूत्रों के मुताबिक धनु राजा की गिरफ़्तारी वाराणसी से गिरफ्तार अब्दुल नईम शेख की गिरफ़्तारी के बाद हुई थी। अब्दुल नईम शेख पर आरोप है कि वह लश्कर के कुख्यात आतंकवादी अबू जिंदाल का करीबी है। इसके ऊपर कश्मीर में सेना की जानकारी के अलावा हिमाचल प्रदेश में हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के महत्वपूर्ण दस्तावेज हासिल करने का आरोप है।

जानकारी के मुताबिक कुख्यात आतंकवादी गोपालगंज में 2015 से लोगों को चकमा देकर रह रहा था। अब्दुल नईम शेख यहां सोहेल खान के नाम से अपनी पहचान छिपाकर रहता था।

सबसे पहले अब्दुल नईम शेख नगर थाना के बंजारी निवासी प्रशांत कुमार राय से दोस्ती की। उनके सहारे इसने जादोपुर रोड स्थित एक इंग्लिश कोचिंग सेंटर में बतौर स्टूडेंट पढ़ाई शुरू की।

अब्दुल नईम शेख उर्फ़ सोहेल खान को अंग्रेजी बोलने में महारत हासिल थी। वह कंप्यूटर और इंटरनेट का एक्सपर्ट है। बावजूद इसके इसने पहले पढाई शुरू की। फिर खुद प्रशांत कुमार राय के साथ मिलकर स्मार्ट लर्नर नाम से इंग्लिश कोचिंग शुरू किया। इस कोचिंग को शुरू करने के लिए पैसे कहां से आए, अब तक इसका खुलासा नहीं हो पाया है।

इस दौरान अब्दुल नईम शेख ने गोपालगंज के वार्ड नम्बर-19 निवासी मोहम्मद अली के नाम से फर्जी पत्ते का इस्तेमाल कर खुद का पैन कार्ड, आधार कार्ड और पासपोर्ट और जेपी यूनिवर्सिटी से फर्जी एमए की डिग्री हासिल की।

अब्दुल नईम शेख खुद को सोहेल खान बताता था। वह खुद को महाराष्ट्र के औरंगाबाद का निवासी तो कभी ठाणे का निवासी बताता था। वह पांच वक्त नमाज पढता था। साथ ही अपने मिलने जुलने वालों से भी पांचों वक़्त नमाज पढ़ने को कहता था।

अब्दुल नईम शेख को धनु राजा नामक व्यक्ति ने पुरानी चौक में ईद मोहम्मद के मकान में किराये पर रूम दिलवाया था। धनु रजा को एनआई ने बीते 2 दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया था।

स्थानीय लोगों के मुताबिक अब्दुल नईम शेख उर्फ़ सोहेल खान के साथ एक लड़की भी थी, जो अब लापता है। नईम शेख ने गोपालगंज के थावे रोड स्थित इंडियन बैंक में अपना खुद का अकाउंट भी खोल रखा था।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब्दुल नईम शेख मार्च 2017 तक गोपालगंज में ही था। इसने फर्जी पत्ते पर अपना पासपोर्ट भी बनवा लिया था। लेकिन जिसके पत्ते पर पासपोर्ट बनवाया गया था उसके पास जब पासपोर्ट डाक से पंहुचा, तब इसकी भनक लगते ही नईम शेख यहां से लापता हो गया। उसकी गिरफ्तारी वाराणसी से 28 नवम्बर को एनआईए द्वारा की गयी थी।

अब्दुल नईम शेख जब दो साल तक गोपालगंज में रहा तब मुंबई पुलिस यहां कई बार आई, लेकिन इसे गिरफ्तार नहीं कर सकी। वहीं, इसके लापता होते ही वह युवती भी लापता हो गयी है जो इसके साथ अक्सर दिखाई देती थी।

एनआईए की टीम उस युवती और सुहैल के अन्य सहयोगियों की भी तलाश कर रही है। गोपालगंज वार्ड नम्बर 19 के जंगलिया निवासी सरफ़राज़ अहमद के मुताबिक उसके पिता का नाम मोहम्मद अली जान है। गलत पता देकर सोहेल खान ने पासपोर्ट बनवाया था।

इसके पूर्व भी उसके घर के पते पर पैन कार्ड और आधार कार्ड बनवाया गया था। इसकी सूचना उन्हें नहीं थी। बाद में पासपोर्ट बनवाने की सूचना के बाद थाने को सूचित कर दिया गया था।

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